ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने गुरुवार को कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा की वजह से एनडीए से जदयू अलग हुआ। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यकर्ता दरबार के बाद संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने यह बात कही।
ऊर्जा मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तिकड़म कर लोजपा को पैसा देकर उनसे उम्मीदवार खड़े कराए। हम लोगों को हराकर अपनी सीट बढ़ाने का काम किया। मैंने तो पहले भी यह कहा था कि गठबंधन कोई गुलामी नहीं होती है।
जहरीली शराब पर मुआवजे की मांग पर उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में तो जहरीली शराब पीने से सबसे अधिक मौत हुई हैं। भाजपा वहां मुआवजे की मांग क्यों नहीं करती? सुशील मोदी द्वारा लगातार दिए जा रहे बयान पर उन्होंने कहा कि सुशील मोदी हैं क्या? वह कितना सही और गलत बोलते हैं यह दुनिया जानती है।
ऊर्जा मंत्री से जब बेगूसराय जिले में पुल टूटने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जिस समय पुल का निर्माण हुआ तो उस समय मंत्री तो भाजपा के ही थे? झूठ बोलने के हम लोग आदी नहीं हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल द्वारा बिहार के संबंध में की गई टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि इस ढंग का बयान भाजपा के लोग ही दे सकते हैं।
कार्यकर्ता दरबार में समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग जनता को सिर्फ ठगने का काम करते हैं। भाजपा की आदत ही झूठ बोलने की है।
सुशील मोदी अपराध की नई परिभाषा गढ़ रहे : संजय
जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष और विधान पार्षद संजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी अपराध की नई परिभाषा गढ़ रहे हैं। जिस तरह से वह नियम-कानून का बखान कर रहे हैं, वह पूरी तरह से राजनीति है। उन्हें न तो गोपालगंज के पीड़ितों से मतलब था और न ही छपरा के पीड़ितों से कोई वास्ता। उनको तो बस राजनैतिक रोटी सेंकना है।
संजय ने कहा कि सुशील मोदी आज जहरीली शराब पीकर मरे लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे की बात कर रहे हैं तो कल मुठभेड़ में मारे गए अपराधियों की वकालत भी करेंगे। पर बिहार में यह मुमकिन नहीं है।
संजय ने कहा कि शराबबंदी के बाद 2017 से लेकर 2022 तक भाजपा सरकार का अंग थी। उस समय तो सुशील मोदी उप मुख्यमंत्री भी थे। उस समय तो उन्होंने इस तरह की कोई बात नहीं की। सुविधा के हिसाब से उन्हें राजनीति नहीं करनी चाहिए।