पटना: बिहार के वैशाली जिले में मनीष सहनी हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा कर किया है. आरएलएसपी के जिला सचिव मनीष सहनी की हत्या के पीछे वर्चस्व की लड़ाई की बात सामने आई है. इसके साथ ही साथ मनीष और पूर्व प्रखंड प्रमुख के बीच शिक्षक नियोजन में करोड़ों की उगाही की बात सामने आ रही है.
हत्या के लिए दी गई थी 5 लाख की सुपारी
वैशाली एसपी के मुताबिक मनीष सहनी की हत्या करने को पांच लाख की सुपारी दी गई थी. एसपी मानव जीत सिंह ने बताया कि इस हत्याकांड में पूर्व प्रमुख जय शंकर चौधरी महिसौर के सरपंच कमलेश राय, हरिशंकर सिंह, अवधेश सिंह, विनोद चौधरी के अलावा प्राथमिकी अभियुक्त रामबाबू साहनी और उनके दो बेटे ने मिलकर मनीष हत्या की साजिश रची थी. हालांकि अभी तक किसी शूटर की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
पुलिस के मुताबिक लंबे समय से दोनों में वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी. जमीन को लेकर कई बार आमने सामने भी हुए थे. वहीं प्रखंड शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया को लेकर भी तनाव बढ़ गया था. यही वजह रही कि जंदाहा प्रखंड प्रमुख की हत्या की शाजिस रच डाली गई. और अखिरकार उनकी हत्या कर दी गई.
महनार विधायक को पुलिस ने दी राहत
वहीं पुलिस ने मामले के आरोपी महनार के जेडीयू विधायक उमेश सिंह कुशवाहा को राहत दी है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी कोई साक्ष्य नहीं मिला है. साक्ष्य मिलने के बाद ही कोई कारवाई की जाएगी. फिलहाल कुशवाहा समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ पुलिस की जांच जारी रहेगी. इस मामले में अभी भी पुलिस की छापेमारी जारी है.
आपको बता दें कि 13 अगस्त को जंदाहा में मनीष सहनी की हत्या कर दी गई थी. इस घटना के बाद से वैशाली का जंदाहा रणक्षेत्र में बदल गया था. कई गाड़ियों में आग लगा दी गई थी. वही पुलिस पर भी लोगों का अटैक सामने आया था. पुलिस थाने में आग लगा दी गई थी. इसको लेकर बिहार की राजनीति भी खूब गरमा गई थी.
Source: Live Cities News