मैनेजर की नौकरी छोड़ बने किसान, 20 हजार किलो वाली सब्जी के बीज ने बदली किस्मत, अब हो रहे मालामाल!

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जो मेहनत पर भरोसा करते हैं वो क़िस्मत की बात कभी नहीं करते. इस लाइन को चरितार्थ किया है भागलपुर के कजरैली के किसान गूंजेश गुंजन ने. गूंजेश ने बिहार में अनोखे तरीके की सब्जी उगाई है. आमतौर पर बिहार में इसकी खेती करना मुश्किल होता है. इस सब्जी का नाम जुकनी है. जो खीरे के तरह का होता है. यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है. आइए जानते हैं गुंजेश की कहानी.

गुंजेश ने कहा,  ‘मैं प्राइवेट कंपनी में मैनेजर के पोस्ट पर था. लेकिन वहां मन नहीं लग रहा था. तभी खेती करने का सोचा. लेकिन पारम्परिक खेती में मुनाफा नहीं हो रहा था. यहां आकर सब्जी की खेती करने लगा. धीरे-धीरे स्ट्रोबेरी का खेती शुरू की. उसके बाद स्ट्रॉबेरी वाले व्हाट्सएप ग्रुप में मैं जुड़ गया. वहीं पर एक कंपनी के द्वारा जुकनी के बीज का फोटो भेजा. मैं उसकी फोटो देखकर उसके बारे में जाना. तो पता चला कि इसे जुकनी कहते हैं. उसके बाद उसके बारे में जानकारी ली और खेती शुरू कर दिया. जब फलन हुआ तो बेचना मुश्किल साबित हो रहा था. लेकिन धीरे धीरे बिक्री शुरू हो गई’.

20 हजार रुपये किलो है बीज
गुंजेश ने बताया कि इसका बीज 20 हजार रुपये किलो मिला था. दिल्ली से मंगाए थे. मैंने 1 बीघे में खेती की थी. जिसमें काफी मुनाफा कमाया. गूंजेश ने बताया कि जुकनी को सब्जी व सलाद के तौर पर खा सकते हैं. छोटे जुकनी को सलाद के रूप में तो बड़े जुकनी को सब्जी के रूप में खा सकते हैं. किसान ने बताया कि पहले मार्केटिंग करने में परेशानी हुई थी. लेकिन अब खेत से ही 80 से 100 रुपये किलो ले लेते हैं. मंडी में 120 से 150 रुपये तक कि बिक्री होती है. खास कर बड़े-बड़े शहरों में ये मॉल में भी बिकता है. इसे कुछ जगहों पर चप्पन कद्दू भी कहते हैं. ये स्वाद में काफी अच्छा होता है.

काफी फायदेमंद होती है ये सब्जी
किसान गुंजेश ने बताया कि ये शरीर के लिए काफी फायदेमंद होती है. यह वजन कम करने, हृदय रोग व आंख के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसमें फाइबर के साथ साथ अन्य कई गुण होते हैं.

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