किशनगंज के एक रहने वाले कन्हैया ने जिले में पानीपुरी का ठेला लगाते है, उन्होंने अपनी प्रतिभा से ये साबित कर दिया कि अगर आपके पास हुनूर हो तो आप किसी के मोहताज नहीं रहेंगे. बता दें कि कन्हैया पानीपुरी का ठेला लगाने से पहले मजदूरी का काम किया करते थे. मजदूरी के काम से दिनभर में ₹100-200 कमाते थे. जिससे परिवार का गुजर-बसर बमुश्किल ही चल पाता था, लेकिन कन्हैया ने जब देखा की मजदूरी से घर परिवार का गुजर बसर चल पाना असंभव है, तब कन्हैया ने कुछ करने का सोचा.
कन्हैया बताते हैं कि हम पढ़े लिखे तो नहीं थे तो कुछ दोस्त यार और परिवार के लोगों ने सलाह दिया कि आप पानी पुरी का ठेला लगाना शुरू करिए. आज कन्हैया पानी पुरी के ठेले से प्रतिदिन हजार से 2000 रुपया आसानी से कमा लेता है. जिससे परिवार का गुजर-बसर अच्छे से चल रहा है. उन्होंने बताया कि मजदूरी से केवल वो 100 रूपए कमाते है.
दिनभर बंधुआ मजदूर की तरह काम करते थे
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कन्हैया के परिवार में माता-पिता और दो भाई हैं. कन्हैया के दो बच्चे इस ₹100 से घर परिवार बहुत ही दुखद जीवन जीने को मजबूर था, कन्हैया बताते हैं कि बंधुआ मजदूरी करने से बेहतर है की अपना खुद का कुछ व्यापार हो. किसी के यहां काम करने से बेहतर है पानी पुरी का ठेला लगाना.
कन्हैया किशनगंज के गांधी चौक स्थित नेमचंद रोड में तप्तरी मॉल के सामने पानी पुरी का ठेला लगता है. सुबह के 10:00 से लेकर रात के 10:00 बजे तक वह पानी पुरी बेचता हैं.
मिलती है तीन वैरायटी की पानी पुरी
कन्हैया के पास तीन प्रकार की पानी पुरी है. दही वाली पानी पुरी, खट्टी मीठी पानी पुरी और खट्टी-मीठी पानी पूरी. यह 10 रुपया में चार पीस, दही वाला 30 में 7 पीस, छोला वाला 30 का 7 पीस मिलता है. आगे कन्हैया बताते हैं कि हमारे पास जो एक बार आकर पानी पुरी खा लेते हैं उसको दोबारा खाने को वह मजबूर हो जाता है