Patna: देश के अन्य शहरों की तरह राजधानी पटना में भी विश्व स्तरीय साइंस सिटी का निर्माण करवाया जा रहा है. इस साइंस सिटी का नाम मिसाइल मैन के नाम से मशहूर और देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा गया है. साइंस सिटी का निर्माण 400 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है.
राजधानी स्थित प्रेमचंद रंगशाला और मोइनुल हक स्टेडियम के बीच करीब 20 एकड़ से अधिक क्षेत्र में साइंस सिटी का निर्माण करवाया जा रहा है. इसमें 5 दीर्घा अलग-अलग थीम पर आधारित होगी. यहां आर्यभट्ट से लेकर कलाम तक का विजन दिखेगा. साइंस के छात्र यहां आकर साइंस का प्रयोग भी कर सकेंगे. इस तरह की सुविधा यहां उपलब्ध करवाई जा रही है.
बता दें कि साइंस सिटी की चर्चा करें तो कोलकाता का नाम सामने आ जाता है. लेकिन राजधानी पटना का साइंस सिटी के बारे में जानकार बताते हैं कि ये उससे भी बेहतर होगा. विज्ञान के छात्र-छात्राओं के लिए साइंस सिटी कई तरह की सुविधाएं प्रदान करेगा तो वहीं छात्रों को विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने का भी काम करेगा. आम लोगों के लिए कई दीर्घा आकर्षण का केंद्र बनेगा.

राज्य भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार महत्वाकांक्षी डॉ एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी प्रोजेक्ट का करीब 60 फीसदी सिविल वर्क अब तक पूरा किया जा चुका है. इसके 2022 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है. डिजाइन के अनुसार पहली मंजिल पर एक छात्रावास का निर्माण किया जाएगा, खासकर स्कूली बच्चों के लिए जो अध्ययन यात्रा या भ्रमण के लिए रुकना चाहते हैं. एक बार पूरा हो जाने पर, छात्रावास में 250 बच्चों को समायोजित किया जाएगा और इसे लर्निंग सूट से जोड़ा जाएगा.

परियोजना की परिकल्पना 2012 में की गई थी और निर्माण कार्य मार्च 2019 में सीएम नीतीश कुमार द्वारा परियोजना की नींव रखने के बाद शुरू हुआ था. प्रस्तावित साइंस सिटी का उद्देश्य लोगों के बीच विज्ञान को बढ़ावा देना और बिहार में वैज्ञानिक विकास के शानदार इतिहास का प्रदर्शन और संरक्षण करना है.