madhepura rail factory begin

खुशखबरी- इंतज़ार हुआ ख़त्म, मधेपुरा रेल कारखाना में पहला इलेक्ट्रिक इंजन का निर्माण शुरू

खबरें बिहार की

मधेपुरा के रेल विद्युत इंजन कारखाना में एक सादे समारोह के साथ शुरू हो गया। इंजन निर्माण का कार्य करने वाली एल्सटॉम कंपनी के अधिकारी, भारतीय रेलवे के अधिकारी के साथ डीएम मो. सोहैल ने दीप जलाकर निर्माण कार्य विधिवत शुरू किया।

एल्सटॉम कंपनी के एशियन रीजन के सीनियर प्रेजिडेंट जेनफ्रेंन कोइस बीडीओइन ने इस प्रोजेक्ट को मेकइन इंडिया का बड़ा उदाहरण बताया। बताया कि फरवरी 2018 के अंत तक पहला लोकोमोटिव इंजन बनकर तैयार हो जाएगा।

भर्ती मौसम को ध्यान में रखकर इंजन बनाया जाएगा। लोकोमोटिव इंजन की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। उन्होंने कहा कि लोकोमोटिव इंजन का काम शुरू होने से मधेपुरा का आर्थिक व सांस्कृतिक विकास भी होगा। इस मौके पर एल्सटॉम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर जेन क्रिस्टोफ गोवर्ट, रेलवे सीएओ खुशीराम, डीएम मो. सोहैल, एसपी विकास कुमार आदि मौजूद रहे।

 

डिप्टी चीफ इंजीनियर कृष्ण कुमार भार्गव ने कहा कि इंजन के पार्ट्स जोड़ने हेतु कारखाने के अंदर फिटिंग लाइन बनकर तैयार हो गया है। 275 एकड़ में फैले इस कारखाने में 12 साल में सबसे उच्च क्षमता वाले 12 हजार हॉर्स पावर के 800 इंजन तैयार किए जाएंगे।

madhepura rail factory begin

उल्लेखनीय है कि 2007-08 की इस महत्वपूर्ण परियोजना की लागत राशि 1293.57 करोड़ है। अगले साल फरवरी 2018 में पहला इंजन बनकर तैयार होगा। जिसे 28 फरवरी 2018 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रवाना करेंगे।

मधेपुरा रेल इंजन कारखाना से पहला इंजन तैयार होने के बाद उसी साल 4 इंजन, दूसरे साल 35, तीसरे साल 65 और चौथे साल 80 इंजन तैयार किए जाएंगे। पहले इंजन की लागत राशि 28 करोड़ निर्धारित गयी है।

इसके बाद 24 या 25 करोड़ की दर से इंजन की लागत राशि आएगी। फरवरी 2018 तक कारखाने के वर्कशॉप, ट्रांसमिशन लाइन, ट्रैक बिछाने सहित ऑफिसर क्वार्टर बनाने का काम पूरा किया जाएगा।

बचे सारे कार्य फरवरी 2019 तक दूसरे फेज में पूरे किए जाएंगे। कोसी क्षेत्र की यह रेलवे की सबसे महत्वपूर्ण परियोजना है। इसके धरातल पर उतर आने का कोसी क्षेत्र में विकास का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा। रोजगार के अवसर बढ़ जाएंगा।

madhepura rail factory begin

एक नजर में इलेक्ट्रिक इंजन कारखाना

शहर से करीब चार किलोमीटर दूर चकला चौक के नजदीक रेल विद्युत इंजन कारखाना बनकर लगभग तैयार हो चुका है।
इस फैक्ट्री की स्थापना के लिए 26 जनवरी 2016 को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ने कान्ट्रैक्ट साइन किया था।

4 अक्टूबर 1016 को फैक्ट्री निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया। रेल विद्युत इंजन निर्माण में अग्रणी फ्रांस की अलस्टॉम कंपनी को रेल विद्युत इंजन निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

प्रोजेक्ट के साथ गहराई से जुड़े रहे डीएम मो. सोहैल ने बताया कि भारत सरकार 1000 इंजन खरीदने का ऑर्डर दे चुकी है। डीएम ने बताया कि रेल फैक्ट्री में निर्माण कार्य शुरू होना मधेपुरा ही नहीं बल्कि संपूर्ण कोसी-सीमांचल और प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *