नौसेना के लिए पहले स्वदेशी फ्लोटिंग डॉक एफडीएन-2 को लॉन्च कर दिया गया है। शिप बिल्डिंग के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का यह महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
अब डॉक के ट्रायल की सीरीज चलेगी, जिसके बाद इसे नौसेना को सौंप दिया जाएगा। फ्लोटिंग डॉक समुद्री पानी पर बना एक प्लैटफॉर्म है, जहां जहाजों का रिपेयर और मेंटिनेंस होता है। एफडीएन-2 को एलएंडटी शिपयार्ड ने डिजाइन किया और बनाया है।
चेन्नै में मंगलवार को इसे लॉन्च किया गया। इसके ऑपरेशनल होने के बाद अंडमान और निकोबार में तैनात नौसेना के जहाजों के टैक्निकल रिपेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
एफडीएन-2 में आधुनिक मशीनरी और सिस्टम लगे हैं, जिनसे 8000 टन डिस्प्लेसमेंट वाली वॉरशिप को डॉक करने की क्षमता होती है।