सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य गुरुवार को एक दिवसीय कार्यक्रम के दौरान आरा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सपत्नीक ऐतिहासिक मां आरण्य देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
मां आरण्य देवी मंदिर विकास ट्रस्ट के मीडिया प्रबंधक कृष्ण कुमार ने बताया की सिक्किम के राज्यपाल आचार्य बक्सर से सड़क मार्ग द्वारा आरा के मां आरण्य देवी मंदिर में सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर पहूंचे, जहां ट्रस्ट के पदाधिकारी एवं पुजारी ने उनका स्वागत किया। तत्पश्चात राज्यपाल माता के दरबार में जाकर मत्था टेका।
मंदिर के पुजारियों ने कराया पूजा-पाठ
इस दौरान मंदिर के पुजारियों ने राज्यपाल दंपति को विधिवत पूजा-पाठ करवाया। पूजा अर्चना के बाद मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी एवं पुजारी ने संयुक्त रूप से राजपाल दंपति को माता आरण्य देवी का फोटो चुनरी देकर सम्मानित किया।
मंदिर ट्रस्ट के मुख्य संरक्षक डॉ. भीम सिंह भवेश ने अपनी पुस्तक ‘सानिध्य का संस्मरण’ राज्यपाल को भेंट किया। वार्ड पार्षद जीतू चौरसिया ने बुके एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।
पुलिस-प्रशासन रहा चौकस
राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य के आगमन को लेकर पुलिस-प्रशासन चौकस रहा। शहर में जगह-जगह पर मजिस्ट्रेट व पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी।
इस मौके पर मंदिर के सचिव अरविंद कुमार पांडेय, रुपेश कुमार, पुजारी संजय मिश्र, मनोज कुमार पांडेय, भीम पांडेय, रितेश चौरसिया, धर्मेंद्र कुमार सिंह, जयप्रकाश यादव समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
नशा खुरानी को लेकर चलाया गया जागरूकता अभियान
जागरण संवाददाता, आरा। छठ पूजा के दौरान ट्रेनों में नशाखुरानी गिरोह ट्रेनों में भीड़ का जमकर फायदा उठाते हैं, जिसके कारण बाहर से कमाकर आने वाले यात्रियों की एक साल की कमाई पल भर में लुट जाती है। ट्रेनों के सामान्य डिब्बे एवं स्लीपर क्लास के यात्री नशाखुरानी गिरोह के शिकार होते हैं।
त्योहारों के मौके पर ऐसे गिरोह और भी सक्रिय हो जाते हैं। इसे लेकर आरपीएफ व जीआरपी पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। आरा जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों में आरपीएफ व जीआरपी के द्वारा यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है। यात्रियों को लगातार आगाह किया जा रहा है।
आरपीएफ व जीआरपी के द्वारा माइक से व पर्चा बाटकर बताया जा रहा है कि सफर के दौरान ट्रेन या स्टेशन पर किसी भी अनजान व्यक्ति के संपर्क से दूर रहें। उनसे खाने पीने की सामग्री न लें।
प्रसाद के नाम पर किसी भी खाद्य सामग्री को न लें। अंजान व्यक्तियों द्वारा प्लेटफार्मों से खाद्य सामग्री न मंगवाएं। अधिकृत रेलवे वेंडरों से ही खाने-पीने की चीजे खरीदें।
आरपीएफ इस्पेक्टर सुमन कुमारी व जीआरपी थानाध्यक्ष ने सयुक्त रूप से कहा कि यात्रा के दौरान किसी अंजान चेहरे व सदिग्ध व्यक्ति को देखने पर तुरंत जीआरपी व आरपीएफ के जवानों को सूचना दें।