चावल से कई तरह के व्यंजन बनते हैं. इसमें से एक ‘भक्का’ भी है. यह पूर्णिया की स्पेशल डिश है. यह सिर्फ ठंड के समय ही आपको खाने को मिलता है. अरवा चावल, गुड और भाप पर तैयार होने वाला भक्का खाने में काफी स्वादिष्ट और लाभकारी भी होता है. दरअसल इसमें न तेल इस्तेमाल होता और न कोई मसाला. अगर आपको खाना है तो इसके लिए पूर्णिया के मरंगा के चौक आना होगा.
महिला दुकानदार रूपा देवी ने बताया कि यह पूर्णिया का खास व्यंजन है. दरअसल भक्का बनाने के लिए सबसे पहले अरवा चावल को भिगोकर सुखाया जाता है. उनके बाद उसे हाथों वाली चक्की (जाता) से पीसा जाता है. फिर आटे को भक्का के लिए तैयार किया जाता है. जबकि इसे हांडी में पानी डालकर वाष्प के सहारे गुड़ डालकर तैयार किया जाता है.
सुबह-शाम नाश्ते में लेते हैं लोग स्वाद
पूर्णिया के मिल्की के निवासी ग्राहक सचिन बताते हैं कि यह शुद्ध देसी नाश्ता है. इसमें ना तो तेल का इस्तेमाल होता और ना ही मसाले का. यह चावल, भाप और गुड़ से तैयार होता है, जो सेहत के लिए भी फायदेमंद है. सुबह और शाम के नाश्ता के लिए सही है. ग्राहक गणेश घोष ने कहा कि भक्का खाने में बहुत मजा आता है.
5 रुपया का आता है एक पीस
महिला दुकानदार रूपा देवी ने बताया कि यह बेहद सस्ता और स्वादिष्ट होता है. चावल को गूथने के बाद उसमें गुड़ को भरा जाता है. फिर इसको पानी की भाप पर कपड़े में लपेट कर पकाया जाता है. पकने के बाद इसको गर्म गर्म परोसा जाता है. यह 5 रुपया प्रति पीस में यह मिलता है.
अब लोग भूलते जा रहे हैं स्वाद
दुकानदार रूपा देवी ने बताया कि लोग भक्का का स्वाद भूलते जा रहे हैं. सर्दी के समय में भी यह बनता है. कभी यह बिहार का एक खास डिश हुआ करता था, पर अब लोग उसे भूलते जा रहे हैं. जबकि आधुनिक नाश्ते से यह काफी सस्ता और सेहत के लिए फायदेमंद होता है. अगर आप इसका जायका लेना चाहते हैं तो एक बार ठंड में जरुर लें.