सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने कहा कि कश्मीर के पत्थरबाज देशद्रोही तो है, लेकिन इन पत्थरबाजों से भी बड़े देशद्रोही अलगाववादी नेता हैं।
दीवान ने कहा, ये इन्हें पत्थरबाजी के लिए उकसाते है और आतंकवादियो को भगाने में मदद करते है इन पर नकेल कसना जरुरी है। हिंसा किसी भी बात का हल नहीं हो सकती इसे सभी नेता बखूबी समझते है, पर अपने निहित स्वार्थों के लिए अलगाववादी नेताओ के सुर में सुर मिलाने लगते है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर के मीरवायज जैसे नेता असल गुनहगार और देशद्रोही है जो कश्मीरी युवकों को भड़काकर पाकिस्तान के मंसूबो को साकार कर रहे है अगर भारत सरकार ऐसे अलगाववादी नेता जेसे लोगों पर नकेल डाल दे तो कश्मीर समस्या तुरंत हल संभव है।
खान ने कहा कि कुछ राजनैतिक पार्टियां तथा राजनेता इस पर जमकर राजनीति कर रहे है जो सिर्फ अफसोसजनक ही नहीं बल्कि शर्मनाक भी है। कश्मीर के अलगाववादी नेता सही मायनों में देश के दुश्मन है जो बेरोजगार कश्मीरी युवाओं को पत्थरबाज बनाकर कश्मीर को भारत से अलग करना चाह रहे है।
अलगाववादी नेताओ को भी मालूम है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है जिसे कोई अलग नहीं कर सकता फिर ये नेता ऐसे क्यों कश्मीरी युवकों को भड़का रहे है, इसका सिर्फ एक कारण है और वो कारण है जलते हुए कश्मीर में अपना खुद का एजेंडा चलाना और अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकना।