बिहार के लखीसराय जिले के प्राइमरी स्कूल का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें डीएम स्कूल के हेडमास्टर को इसलिए फटकार लगाते हुए नजर आ रहे हैं क्योंकि उन्होंने कुर्ता पायजामा पहना है। इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अधिकतर लोग डीएम के इस कदम को गलत बताकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
दरअसल, लखीसराय के डीएम संजय कुमार सिंह हाल ही में जिले के एक प्राइमरी स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे। स्कूल के हेडमास्टर कुर्ता पायजामा पहने हुए थे, तो डीएम को यह रास नहीं आया। जिलाधिकारी ने हेडमास्टर को तुरंत खरी-खोटी सुना दी। बच्चों एवं अन्य शिक्षकों के सामने हेडमास्टर को लताड़ने के बाद डीएम ने उनकी सैलरी काटने और सस्पेंड करने का आदेश भी दे दिया।
वहां मौजूद एक मीडियाकर्मी ने इस पूरे वाकये का वीडियो रिकॉर्ड कर दिया। अब यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो पर हजारों लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। ट्विटर पर अधिकतर यूजर डीएम के इस व्यवहार को गलत बता रहे हैं।
पत्रकार विनोद कापड़ी ने ट्वीट कर कहा कि भारत में कुर्ता पायजामा पहनना कब से बैन हो गया, कुर्सी का इतना रौब गलत है। हेडमास्टर के साथ सरेआम बदतमीजी करने वाले डीएम संजय कुमार सिंह के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
मुकेश सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा कि गांव में पहले शिक्षक धोती-कुर्ता या पायजामा पहन कर ही स्कूल पढ़ाने आते थे, जींस वाले मास्टर साहब तो 5-7 साल पहले आए हैं।
प्रियंका भारती का कहना है कि शिक्षक अगर न पढ़ाए तो दिक्कत हो सकती है, लेकिन कुर्ता-पायजामा से क्या दिक्कत है। बिहार में अफसरशाही का नंगा नाच हो रहा है।
केंद्रीय गृह विभाग के पूर्व सचिव संजीव गुप्ता ने भी इस मामले पर टिप्पणी की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि यह आचरण गुलाम मानसिकता की तरह है, जो एक सिविल सर्वेंट के लिए अशोभनीय है। एक शिक्षक को भारतीय उसकी पहनावे के लिए लताड़ा जा रहा है। इस मामले को बिहार के मुख्य सचिव की संज्ञान में लाया गया है।