कृष्णा बम बोलीं- जब तक बाबा बैजनाथ जल लेंगे, जाऊंगी, 2019 में ही कह दिया था- अब सोमवार को नहीं आऊंगी

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श्रावणी मेला में वर्षों से डाक बम के रूप में चर्चित मुजफ्फरपुर की कृष्णा बम सोमवार को सुल्तानगंज पहुंचीं। दोपहर करीब पौने एक बजे उन्होंने नमामि गंगे घाट (जहाज घाट) में स्नान किया और वहीं से गंगा जल लेकर देवघर के लिए विदा हुईं। इससे पहले जिला प्रशासन ने उन्हें शॉल ओढ़ाकर और माला पहना कर मेला परिसर में स्वागत किया। कृष्णा बम को कड़ी सुरक्षा में गंगा घाट लाया गया। गेरुआ रंग की सलवार शूट पहनीं कृष्णा बम नमामि गंगे घाट की भव्यता देख काफी खुश दिखीं। बोलीं, इस बार की व्यवस्था बहुत सुंदर है। प्रशासन ने नमामि गंगे घाट को बहुत सुंदर बनाया है। मेरी इच्छा है कि इसे और भव्य बनाया जाए। उम्मीद करती हूं कि अगली बार इससे भी बढ़िया व्यवस्था कांवरियों को मिलेगी।

हिन्दुस्तान से बातचीत में उन्होंने कहा कि हरेक बार रविवार को गंगा जल लेकर बाबाधाम जाती थी। इस बार सोमवार को लेकर जा रही हूं। उन्होंने कहा, मैंने 2019 में ही बाबा बैजनाथ से कह दी थी कि अब आपके यहां सोमवार को नहीं आऊंगी। यही वजह है कि सोमवार को जल उठा रही हूं। मंगलवार को बाबा बैजनाथ पर जलार्पण करूंगी। उन्होंने कहा कि यह सब बाबा की मर्जी व उनकी इच्छा से हुई है। इस बार वह हरेक सप्ताह नहीं आएंगी। बोलीं, शरीर एक पूर्ण पड़ाव तक जाता है। बचपन तो है नहीं। हां, बाबा जब तक चाहेंगे। मैं उन्हें जल चढ़ाती रहूंगी। वे रोक देंगे तो रुक जाऊंगी।

हरेक सावन में सुल्तानगंज से बाबाधाम जाकर जलाभिषेक करने की इस परंपरा को उनके परिवार के लोग निभाएंगे या नहीं। इस सवाल पर कहा, यह तो परिवारवालों की मर्जी है। हां, बाबा बैजनाथ यदि आदेश देंगे तो परिवारजनों को जाना ही पड़ेगा। बाबा नहीं बुलाएंगे तो कोई कैसे जा सकेगा? कृष्णा बम ने बताया कि वे पहली बार सोमवार को जहाज घाट से जल उठा रही हैं। हरेक बार वह रविवार को अजगैवीनाथ मंदिर के सामने बह रही सीढ़ी घाट से उठाती थीं। उन्होंने कहा कि सारा घाट एक है। यहां तो सभी ओर गंगाजी बह रही हैं। सभी बहाव स्थल पर बाबा भोले की कृपा है। इस मौके पर मेला इंचार्ज और डीआरडीए डायरेक्टर प्रमोद कुमार पांडे, एसडीएम धनंजय कुमार, नप के कार्यपालक पदाधिकारी अभिनव कुमार आदि मौजूद रहे।

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