हिंदू धर्म में धन की देवी मां लक्ष्मी को कहा जाता हैं। जिनके पूरे विश्व में अनेक मंदिर हैं। लेकिन कोल्हापुर में स्थित महालक्ष्मी का मंदिर ने केवल महाराष्ट्र में बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं। इतिहास के पन्नों में देखा जाए तो इस मंदिर का निर्माण 7 वीं सदी चालुक्य वंश के शासक कर्णदेव ने करवाया था।
कोल्हापुर में स्थित मां लक्ष्मी की खूबसूरत प्रतिमा करीब 7000 वर्ष पुरानी मानी जाती हैं। वही अगर इस मंदिर की विशेषता की बात की जाए तो यहां सूर्य भगवान अपनी खुद मां लक्ष्मी के चरणों का वंदन करते हैं।
यानी जनवरी और फरवरी के महीने में सूर्य की किरणें में लक्ष्मी के चरणों की वंदन करती हुई मध्य भाग से गुजरते हुए फिर देवी के मुखमंडल को रोशन करती हैं। जो नजरा बेहद खूबसूरत और अद्भुत लगता हैं।
इस मंदिर को लेकर लोगों की ये मान्यता है कि यहां देवी सती के तीनों नेत्र गिर थे। इस मंदिर में मां लक्ष्मी की चारभुजाओं वाली तीन फुट की प्रतिमा मौजूद हैं।
साथ ही यह भी माना जाता है कि भगवान विष्णु यानी तिरूपति जी से नाराज होकर मां लक्ष्मी कोल्हापुर में आ गई थी।