प्यार के लिए तो लोग सरहदें पार कर जाते हैं. इसके लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं. ऐसा ही एक मामला पूर्णिया में आया. जहां अपने पालतू को न्याय दिलाने के लिए न्यायालय तक जाने को तैयार है. दरअसल, पूर्णिया के रानीपतरा में रहने वाली शिक्षिका की पालतू बिल्ली बिजली की तार की चपेट में आने से मर गई. अगर वह बिल्ली नहीं जाती तो इनकी मौत हो जाती.इसके बाद उन्होंने इसकी बिजली विभाग के अधिकारी को लिखित शिकायत भी की, पर न्याय नहीं मिला. इसके बाद वह न्यायलय जाने का मन बना रही है.
खुद की जान देकर बचाई मालकिन की जान
रिटार्यड शिक्षिका अर्चना देव ने बताया कि सुबह बिजली की तार गिरी हुई थी. बाहर से कोई आवाज लगाया. इसके बाद मैं निकल ही रही थी कि इतने में मेरी बिल्ली वहां जा पहुंची. इसके बाद तार में करेंट रहने से उसकी वहीं मौत हो गई. अगर वह मेरे से पहले नहीं पहुंचती तो मेरी मौत निश्चित थी.जिसके बाद अर्चना देव ने अपनी बिल्ली की मृत्यु पर घंटों फफक-फफक कर रोई. इसके बाद बिजली के खुले तार को लेकर संबंधित बिजली विभाग को लिखित तौर पर आवेदन देकर अवगत कराया गया. लेकिन अब तक विभाग की तरफ से कोई भी संबंधित व्यक्ति अब तक जांच पड़ताल करने नहीं आया.उनके घर के दहलीज के आगे ही बिजली की खुली तार होने से वह परेशान रहती है. अर्चना देव कहती हैं कि बिल्ली परिवार जैसा सदस्य था अगर इसकी न्याय नहीं मिला तो वह आगे न्यायालय जाने को तैयार हैं.
मेरे घर की सदस्य थी वह
अर्चना देव कहती हैं कि औरों के लिए बिल्ली और कूत्ता हो सकता है, लेकिन उसके लिए यह देवता हैं. पिछले 1998 से ही कुत्ते और बिल्ली का वह अपने घरेलू सदस्य की तरह पालन पोषण कर रही हैं. बिल्कुल घर के सदस्य जैसी है. मेरे साथ ही उनकी दिनचर्या शुरू और खत्म होती थी.दोनों एक साथ आराम फरमाते थे.उन्होंने कहा कि वह बिल्ली और कुत्ता के रूप में कभी भी उसको नहीं देखा उनके घर का देवता है.