यूं तो अपने देश में क्रिकेट का चारों तरफ बोलबाला है. देश के किसी गली-मोहल्ले में चले जाइए,आपको क्रिकेट खेलते बच्चे मिल जायेंगे. लेकिन हम बिहार के एक ऐसे गांव लिये चलते हैं, जहां क्रिकेट का नहीं बल्कि फुटबॉल, हॉकी, रग्बी, हैंडबॉल का रोमांच देखने को मिलता है. दरअसल, यह गांव सीवान का लक्ष्मीपुर है. जहां खेल के प्रति जोश, जुनून और दीवानगी इस हद तक है कि यहां हर दूसरे घर में एक खिलाड़ी मिल जाएगा. यही वजह है कि सीवान जिला का लक्ष्मीपुर गांव हमेशा सुर्खियों में रहता है.
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जिस लक्ष्मीपुर गांव की हम बात की रहे हैं. यहां के बच्चे विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में अग्रसर है. हालांकि के खिलाड़ियों में लड़कों के मुकाबले लड़कियां काफी आगे है. जिस वजह से गांव की अहमियत काफी बढ़ जाती है,क्योंकि जहां एक ओर गांवों में लड़कियों को घरों से निकलने नहीं दिया जाता है तो वहीं दूसरी ओर लक्ष्मतीपुर गांव की लड़कियां देश-दुनिया में परचम लहरा रही है.

खिलाड़ियों ने अपनी मेहतन के दम पर बदली है गांव की तस्वीर
लक्ष्मीपुर गांव के बालक और बालिका नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में खेल रहे हैं. वहीं रानी लक्ष्मीबाई स्पोर्ट एकेडमी से जुड़कर नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर शानदार प्रदर्शन के दम पर इस गांव की कई लड़कियों ने खेल कोटा से नौकरी भी हासिल की है. इस गांव के खिलाड़ी वर्ष 2019 से खेल के क्षेत्र में अग्रसर है. यही वजह है यहां के 5 से 7 खिलाड़ी सरकारी नौकरी में हैं. वहीं 7 खिलाड़ियों का एक वर्ष के अंदर सरकारी नौकरी मिलने वाली है. इंटरनेशनल फुटबॉलर निशा कुमारी, प्रिया कुमारी, शिबू कुमारी, इंटरनेशनल हैंडबॉलर रागनी कुमारी, इंटरनेशनल प्लेयर खुश्बू शर्मा, खुशबू यादव, मनीषा कुमारी लक्ष्मीपुर गांव की हीं रहने वाली हैं.
2019 से खेल के क्षेत्र में अग्रसी हैं लक्ष्मीपुर गांव के बच्चे
कोच सलमा खातून ने बताया कि वर्ष 2019 से लक्ष्मीपुर गांव के बच्चों ने खेल के क्षेत्र में काफी रुचि दिखा रहे हैं. जिसके बदौलत कई खिलाड़ी नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर खेल कर जॉब में चले गए. इस समय भी कई नेशनल प्लेयर इस गांव से खेल रहे हैं. इस वर्ष के अंत तक सात से अधिक खिलाड़ियों का जॉब लगने की संभावना प्रबल है. उन्होंने आगे बताया कि सचिवालय, कलेक्ट्रेट सहित अन्य विभाग में लिपिक के पद पर नेशनल प्लेयर काजल कुमारी, धर्मशील कुमारी, तारा खातून, राधा कुमारी, अमृता कुमारी नौकरी कर रही हैं. वहीं शारीरिक शिक्षक के रूप के पुतुल कुमारी, उषा कुमारी, प्रियंका कुमारी,चंदा कुमारी नौकरी कर रही हैं.