केरल बाढ़ पीड़ितों का मजाक उड़ाना एक भारतीय शख्स को बहुत महंगा पड़ गया. फेसबुक पर लिखे उसके कमेंट से उसकी कंपनी इतनी खफा हुई कि उसने उसे नौकरी से निकाल दिया. राहुल नाम का ये शख्स कंपनी में कैशियर के पद पर था. लेकिन उसने कुछ दिन पहले केरल बाढ़ पीड़ितों का फेसबुक के माध्यम से मजाक उड़ाया. इसके बाद ओमान में उसकी कंपनी ने उसे नौकरी से ही निकाल दिया. हालांकि बाद में उसने अपने इस कृत्य के लिए माफी भी मांग ली.
राहुल चेरू पालायत्तु ओमान में लुलु ग्रुप इंटरनेशनल में कैशियर के पद पर कार्यरत थे. केरल में आई बाढ़ पर उन्होंने फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी की. उन्होंने सेनीटेशन से जुड़े मुद्दे पर कुछ ऐसा लिखा, जो उनकी कंपनी को नागवार गुजरा. खलीज टाइम्स के मुताबिक उनकी कंपनी के एचआर डिपार्टमेंट ने इसके बाद उन्हें टर्मिनेट कर दिया. एचआर मैनेजर नसर मुबारक सलेम अल मावली ने उन्हें लिखा, आपकी सेवाएं कंपनी से तुरंत प्रभाव से खत्म की जाती हैं. क्योंकि आपने केरल में आई बाढ़ पर बहुत ही असंवेदनशील कमेंट्स किया है. आप अपनी सभी जिम्मेदारी अपने रिपोर्टिंग मैनेजर को सौंप दें. आप तुरंत अकाउंट डिपार्टमेंट से अपने फाइनल सेटलमेंट के लिए मिलें.
इसके बाद राहुल ने अपने कमेंट के लिए कंपनी से तुरंत माफी मांगी. इसके लिए उन्होंने रविवार को फेसबुक पर ही एक वीडियो जारी किया. इसमें उन्होंने कहा, मैं अपने किए के लिए माफी चाहता हूं. जब मैं ये लिख रहा था, मुझे नहीं पता था कि मैं क्या गलती कर रहा हूं.
भारतीय मूल के कारोबारी की ही है कंपनी
ओमान में लुलु समूह भारतीय मूल के कारोबारी अरबपति एमए युसुफ ही चलाते हैं. वह खुद केरल के रहने वाले हैं. उन्होंने इस भीषण आपदा के समय केरल के लिए 92 लाख दिरहम की सहायता राशि केरल के लिए भेजी है. इसके अलावा यूनाइटेड अरब अमीरात की सरकार ने इस मामले में केरल को सहायता देने के लिए खुद एक समिति बनाई है.
कंपनी के सीसीओ वी नंदकुमार ने राहुल को टर्मिनेट किए जाने पर लिखा, हमने इस मामले में तुरंत एक्शन लिया. हम ये संदेश देना चाहते थे कि ऐसे मामलों में हमारा मत बिल्कुल स्प्ष्ट है. हम ऐसे मामले में कोई ढिलाई नहीं दिखाएंगे.