कश्मीर की वादियों से कम नहीं चंपारण के यह नजारे, सर्दियों में घूमने का बना सकते हैं प्लान

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सर्दियों की शुरुआत हो चुकी है, और ऐसे मौसम में घूमने का आनंद लेना अत्यंत सुखद होता है. चम्पारण, बिहार के इस प्राचीन और सुंदर स्थल के कुछ खास स्पोट्स आपके लिए घूमने का लाजवाब अवसर प्रस्तुत करते हैं, जो सर्दियों में जन्नत का आनंद लेने के लिए उपयुक्त हैं. चम्पारण में सर्दियों का मजा लेने के लिए अमवामन वॉटर स्पोर्ट्स डेस्टिनेशन परफेक्ट है. हालांकि इस मौसम में आप वॉटर स्पोर्ट्स का मजा लेने से कतराएंगे, लेकिन शहर से दूर, करीब 4 किलोमीटर लंबी झील के किनारे समय गुजारने और ओस से भरे आसमान में लालिमा लिए डूबते हुए सूरज को देखने का मनोरम दृश्य आपको और कहीं नहीं मिलेगा.

नेचर लवर्स के लिए सर्दियों में सरैयामन पक्षी विहार जन्नत से कम नहीं होता है. यह एक प्राकृतिक जंगल है, जो करीब एक हजार हेक्टेयर में फैला हुआ है. इसके बीचों बीच कई किलोमीटर में फैली गहरी झील है, और इस मौसम में यहां आप साइबेरिया और कैलिफोर्निया से आई पक्षियों को देख सकते हैं, जो झील में उतरकर मछलियों को पकड़ती हैं. यह पर्यटन स्थल शहर से करीब बैरिया ब्लॉक में स्थित है और इसे उदयपुर जंगल के नाम से भी जाना जाता है.

नेपाल से सटा भिखना ठोड़ी चम्पारण का सबसे मशहूर पर्यटन स्थल है, और इसकी सीमा नेपाल के ठोड़ी से लगती है. यहां आने पर लोग सीधे नेपाल में प्रवेश करते हैं, जो पहाड़ों और जंगलों में बसा हुआ है. यह पर्यटन स्थल परसा और चितवन राष्ट्रीय पार्क से घिरा है, जहां बाघ, गैंडा, हाथी जैसे जंगली जानवरों का भी आना-जाना लगा रहता है. यह स्थल इतना खूबसूरत है कि यहां हर मौसम में पर्यटक आते रहते हैं.

बिहार के पश्चिम चम्पारण में स्थित वाल्मिकी टाइगर रिजर्व की खूबसूरती इतनी बेहतरीन है कि इसे बिहार का “कश्मीर” भी कहा जाता है.  यह टाइगर रिजर्व पूरी तरह से घने जंगल और बायोडाइवर्सिटी से भरपूर है, और यहां बाघ, गौर, हिमालयन बकरा, तेंदुआ, हाथी और सैकड़ों प्रजातियों के वन्यजीवों का आवास है. इस रिजर्व का क्षेत्रफल करीब 900 वर्ग किलोमीटर है और यहां के वाल्मिकी नगर, मंगुराहां, मदनपुर, रघिया, आदि रेंजों में जंगल सफारी का आनंद लिया जा सकता है. इस शांत और प्राकृतिक स्थल का आनंद लेने के लिए सर्दियों में यह जगह आपके लिए एक स्वर्ग के समान हो सकती है.

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