कहते हैं जब हौसला बुलंद हो तो किसी भी मंजिल को पाया जा सकता है। इस पंक्ति को Kaimur जिले के एक किसान की बेटी शालिनी ने सच कर दिखाया है। जहां उसने रेलवे में लोको पायलट बन इलाके की लड़कियों के लिए मिसाल कायम किया है।
जानकारी के मुताबिक शालिनी जिले की पहली युवती है, जो रेलवे में ड्राइवर की नौकरी करेगी। पांच भाई बहनों में सबसे बड़ी शालिनी की मानें तो कैमूर जैसे छोटे इलाके में पढ़ने-लिखने में खासी परेशानी होती थी।
इसलिए उसने अपने नाना-नानी के घर यूपी के चंदौली में आगे की पढ़ाई पूरी की। दरअसल, बड़ी बेटी होने के नाते शालिनी को माता-पिता का खूब साथ मिला।
फिर 26 अप्रैल 2016 को अहमदाबाद रेलवे बोर्ड में लोको पायलट के पद पर चयन हो गया। लिहाजा, अब शालिनी अपनी बहनों सहित सभी लड़कियों को जागरुक कर रही है कि आप किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ सकती हैं।
वहीं, शालिनी के पिता अनिल कुमार चौरसिया कहते हैं कि नक्सल क्षेत्र और छोटा जिला होने के कारण Kaimur में बेटी को पढ़ाने में काफी परेशानी हुई। लेकिन आज शालिनी को रेलवे में चयनित होता देख काफी खुशी मिल रही है।