कद्दू की खेती भी किसान का भाग्य चमका सकता है. इसे साबित किया है वैशाली जिले के पटेढ़ा गांव के किसान मुन्ना कुमार यादव ने. ढाई एकड़ जमीन पर की गई खेती से उनकी किस्मत इस कदर बदली कि एक महीने की मेहनत से एक लाख रुपये का मुनाफा कमा लिया. अब पटेढ़ा और आसपास के किसान भी मुन्ना कुमार की तरह उन्नत खेती कर अपनी किस्मत बदलने की कोशिशों में जुट गए हैं.

वैशाली जिले के पटेढ़ागांव के किसान मुन्ना कुमार यादव ने अप्रैल के अंतिम दिनों में कद्दू का बीज बोया था. गर्मी में कम पानी के बीच भी कद्दू का लगातार फलन होगा, इसका किसी को विश्वास नहीं था. जबकि मुन्ना यह जानते थे कि कद्दू के फलन के लिए हर सप्ताह सिंचाई की जरूरत होती है. किसान मुन्ना उन्नत तरीके से खेती करते हैं. इसलिए समय-समय पर खाद और टॉनिक के साथ-साथ पटवन कराते रहे. इसी का नतीजा है कि आज हर दिन ढाई सौ से अधिक पीस कद्दू बेच रहे हैं. यह देख गांव के दूसरे किसान भी अब कहने लगे हैं कि वह भी अगले सीजन से केद्दू की खेती करेंगे.
हर दिन बेचते हैं 250 पीस कद्दू
मुन्ना प्रतिदिन सुबह 5 बजे खेत में पहुंच जाते हैं. उन्होंने बताया कि वे पहले तम्बाकू की खेती करते थे. पहली बार तंबाकू की खेती छोड़ उन्होंने कद्दू की खेती की है. अभी फलन हो रहा है, तो प्रतिदिन ढाई सौ पीस कद्दू तोड़ रहे हैं. जो सब्जी मंडी में 20 रुपए की दर से बिक जाता है. इससे वह महीने का लाख रुपया काम लेते हैं. वे कहते हैं कि खेती में कभी-कभी नुकसान भी होता है, लेकिन कद्दू की खेती हमेशा फायदेमंद होती है.