
बुजुर्ग कहते हैं, ‘बारह कोस बरैला, चौदह कोस कबरैला’, अर्थात एक समय था कि बरैला की झील बारह कोस अर्थात 36 वर्ग किलोमीटर में और कबरैला झील चौदह कोस में अर्थात 42 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई थी।

ये झील जैव विविधता और प्राकृतिक खूबसूरती से भरी पड़ी है। मौसम के मुताबिक झील के क्षेत्र में काफी परिवर्तन होता रहता है। वैसे मानसून के दौरान इसका क्षेत्रफल साढ़े सात हजार हेक्टेयर हो जाता है, जबकि गर्मी में ये चार सौ हेक्टेयर तक सिमट कर रह जाती है