पटना: राजधानी पटना के राजीवनगर स्थिति आसरा गृह की संचालिका मनीषा दयाल और चिरंतन को अभी जेल में ही रहना होगा। दोनों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया है। आसरा गृह में बीमारी के कारण दो संवासिनों की मौत के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया था। रिमांड पर लेकर पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है, तब से ये जेल में ही हैं। अब जमानत याचिका खारिज होने के बाद इन्हें जेल में ही रहना होगा।
आसरा होम में कई लड़कियों के बीमार होने की बात सामने आई है। पुलिस जांच में पता चला है कि सरकार द्वार दिए गए पैसे का सही से खर्च नहीं किया जाता था। बीमार लड़कियों का सही से इलाज नहीं करवाया जाता था। यहां रहने वाली कई लड़कियां काफी दिन से बीमार थी। लड़कियों की हालत गंभीर होने के बाद भी उन्हें सिर्फ फस्ट एड ही दिया जाता था। अस्पताल में भर्ती नहीं करवाया जाता था। सरकार द्वार दिए गए पैसे का बंदरबांट किया गया।
गौरतलब है कि 10 अगस्त को आसरा गृह से छह लड़कियों के बीमार होने के बाद पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। 10 अगस्त की रात को दो लड़कियों की इलाज के दौरान मौत हो गई 11 अगस्त की सुबह में चार लड़कियों की तबीयत में सुधार के बाद उसे वापस आसरा गृह भेज दिया गया। बीमार होने और मौत की घटना की संचालक द्वारा सूचना नहीं दी गई थी। आसरा होम की संचालिका मनीषा दयाल के फ्लैट पर पुलिस ने छापेमारी भी की थी। छापेमारी में भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचे थे। मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान पुलिस ने मनीषा दयाल की परिवारवालों से पूछताछ की।
पटना के बोरिंग कैनाल रोड स्थित एसएमएस विला नामक फ्लैट को पुलिस छापेमारी कर खंगाला था. बताया जा रहा है कि पुलिस की विशेष टीम ने यहां से अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। पुलिस आसपास के लोगों से भी पूछताछ की और मनीषा दयाल के बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा की। फिलहाल इस मामले में मनीषा दया और चिरंतन दास को राहत मिलते नहीं दिख रहा है। पुलिस इस मामले में फिलहाल जांच कर रही है।
Source: Live Bihar