जन सुराज पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में पिछले 5-7 सालों में दो नए उद्योग शुरू हो गए हैं। शराब माफिया और बालू माफिया। आज से 5-7 वर्ष पहले इतने बड़े पैमाने पर ये नहीं थे, जितने कि आज हो गए हैं।
शराबबंदी के नाम पर शराब की दुकान बंद है, लेकिन शराब की घर-घर होम डिलीवरी के रूप में हो रही है। यही स्थिति बालू की है, जो जितना ताकतवर है, वो वहां से बालू उठा रहा है। आज कोई इसको रोकने वाला नहीं है।

उन्होंने कहा, ”बालू से भरी ट्रक 1 हजार से 15 सौ की संख्या में एनएच-19 पर खड़ी रहती है, जिसे पैसा देकर पास करवाया जाता है। मैंने ऐसा सुना है कि 1 ट्रक पर 15 हजार तक का घूस दिया जाता है। आज बालू और शराब के नाम पर करोड़ों रुपए की लूट हो रही है। बिहार सरकार इसको रोक नहीं पा रही है। सरकार का इसमें हस्तक्षेप नहीं करना इस बात को दर्शाता है कि सरकार भी ऐसी घटना में खुल कर शामिल है।”
बता दें कि प्रशांत किशोर पिछले दो दिनों से मोरवा प्रखंड में पदयात्रा कर रहे है। वे कई जगहों पर बैठकर लोगों से संवाद करते है। उनके साथ सैकड़ों की संख्या में युवा एवं बुद्धिजीवि वर्ग से जुड़े लोग भी रहते हैं। शनिवार की शाम यह पदयात्रा पटोरी प्रखंड में पहुंचेगी।