बिहार के भागलपुर जिले के बिहपुर ब्लॉक की 242 जीविका दीदियां मधुमक्खी पालन कर रही हैं। ये जीविका दीदियां अब मधु उत्पादन के साथ उत्पादित शहद का प्रसंस्करण भी खुद करने लगी हैं। इसके लिए सहेली जीविका संकुल संघ, झंडापुर, बिहपुर द्वारा उद्योग विभाग की मदद से मधु प्रसंस्करण इकाई स्थापित की गई है। बता दें इस प्रसंस्करण इकाई में मधु के प्रसंस्करण हेतु 35 जीविका दीदियों की टीम को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। ये दीदियां अब मधुमक्खी पालन के साथ साथ उत्पादित शहद का प्रसंस्करण कर सकेंगी। इसके बाद इसे शीशी में पैक कर ‘भागलपुर हनी’ के ब्रांड नाम से सीधे बाजार में बेचेंगी। यह शुद्ध शहद भागलपुर के बाजारों में उपलब्ध होगा।
जीविका के डीपीएम सुनिर्मल गरेन ने बताया कि बिहपुर प्रखंड में सात मधु उत्पादक समूहों से 242 जीविका दीदियां जुड़कर मधुमक्खीपालन कर रही हैं। इनके द्वारा उत्पादित कच्चे शहद को अब तक बिना प्रसंस्करण किए ही कम कीमत पर बेच दिया जाता था। इससे इन मधुमक्खी पालक दीदियों को नुकसान होता था। अब शहद को ई-किसान भवन में शहद को प्रसंस्करित किया जाएगा। शहद के प्रसंस्करण से इसकी गुणवत्ता बेहतर होगी और शुद्ध शहद उपभोक्ताओं को मिल पाएगा। बाजार में प्रसंस्करित मधु बेचने से जीविका दीदियों को अच्छी कीमत मिल पाएगी।
प्रसंस्करण इकाई के खुल जाने से बढ़ेगी बिक्री
बिहपुर जीविका बीपीएम अरुण कुमार भारती ने बताया कि सहेली जीविका संकुल संघ द्वारा 20 दिसंबर से मधु प्रसंस्करण इकाई का संचालन किया जाने लगा है। इससे ये सभी मधुपालक परिवार जुड़े रहेंगे। संचार प्रबंधक विकास राव ने कहा कि जिले में 1334 जीविका दीदियों द्वारा मधुपालन किया जा रहा है। जीविका द्वारा इस प्रसंस्करण इकाई के खुल जाने से यहां मधु उत्पादन और बिक्री को बल मिलेगा। वहीं बिहपुर जीविका बीपीएम ने बताया कि इसको लेकर दीदियों के 30 दिवसीय प्रशिक्षण का समापन गुरुवार को हो गया है। अब दीदियों की कार्यक्षमता को देखते हुए अगले दो-तीन हप्तों में उत्पादन, प्रसंस्करण, विपणन, लेखाजोखा और पैकेजिंग में उनके कार्यों का वर्गीकरण किया जाएगा।
घरेलू हिंसा को रोकने के लिए दीदियों ने चलाया जागरूकता अभियान
इसके अलावा घरेलू हिंसा को रोकने के लिए जीविका दीदियों ने प्रताप नगर कदवा में जागरूकता अभियान चलाया। जीविका दीदियों ने बताया कि घरेलू हिंसा पर चुप नहीं रहे और इसकी शिकायत करें। इसके लिए आप टाल फ्री नंबर 181 पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। बताया गया कि हिंसा को जाने उसके हर रूप को पहचानें। आगे बढ़ो, सहायता मांगो। चुप्पी तोड़ो, मदद मांगो। इस मौके पर क्षेत्रिय समन्वयक सुरेंद्र कुमार, बीआरपी विकास कुमार, साजन कुमार, बबलू कुमार, प्रदुमन कुमार, हिमांशु कुमार, ज्योति कुमारी, खुशबू कुमारी, झूना कुमारी, सोनी कुमारी, सुनीता कुमारी मौजूद थी।