अभी-अभी बिहार के राजनीतिक गलियारे से एक बड़ी खबर आ रही है। जानकारी के मुताबिक जदयू ने कांग्रेस विधायकों को निमंत्रण दिया है।
जदयू ने कहा कि अगर को कांग्रेस विधायक जदयू में आना चाहता है तो उसका स्वागत है।
जदयू प्रवक्ता नीरज सिंह ने कहा कि कांग्रेस के जो विधायक जदयू में आना चाहते हैं, वे आ सकते हैं। जदयू का दरवाजा सबके लिए खुला है।
उन्होंने कहा कि लालू यादव के साथ जाकर कांग्रेस विधायकों को डर है कि उन्हें आने वाले चुनाव में वोट नहीं मिलेंगे।
गौरतलब है कि बिहार में टूट की कगार पर खड़ी कांग्रेस की राजनीति अब गुटबाजी से फर्जीवाड़े तक आ पहुंची है।
जहां एक ओर सत्ता और कुर्सी के फेर में फंसे नेता पार्टी की साख को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं वहीं, बिहार कांग्रेस में चार कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने से संबंधित एक पत्र ने बिहार कांग्रेस में हलचल मचा रखी है।
ये पत्र मंगलवार रात्रि सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक चौधरी ने पार्टी आलाकमान से पूरे प्रकरण की जांच की गुहार लगाई है।
उन्होंने कहा, यह एक गंभीर मामला है, जिससे पार्टी की साख को क्षति पहुंची है।
बिहार में महागठबंधन के टूटने के बाद से ही कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। महागठबंधन टूटने के बाद बिहार में कांग्रेस सत्ता से अलग हुई और पार्टी में टूट की अफवाहें जोर पकडऩे लगीं।
पार्टी का एक गुट लगातार आरोप लगा रहा था कि पार्टी के ही कुछ वरिष्ठ नेता पार्टी को तोडऩे की कोशिश कर रहे हैं।
इसके बाद बिहार कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक दल के नेता सदानंद सिंह को सोनिया गांधी ने दिल्ली तलब कर उनसे जवाब मांगा।
फिर पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी दिल्ली बुलाकर बिहार के विधायक और विधान पार्षदों से अलग-अलग मुलाकात की और पार्टी टूट की चर्चा पर बात की।