जमुई में ई-रिक्शा पर है यूनिक फूड स्टॉल, मोमोज और चाउमीन का स्वाद है खास, 2 घंटे में खत्म हो जाता है स्टॉक

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स्ट्रीट फूड की दुकानों का आजकल काफी प्रचलन है. लोग इन दुकानों पर तरह-तरह के व्यंजनों का जायका लेने जाते हैं. दुकानदार भी ग्राहकों को लुभाने के लिए  तरह-तरह के तरकीब अपनाते रहते हैं. ऐसे ही एक तरकीब जमुई के रहने वाले इस युवक ने भी अपनाई है.  जिसके बाद अब उसकी दुकान स्ट्रीट फूड के दीवानों के बीच काफी पॉपुलर हो गई है. यहां पर स्ट्रीट फूड का जायका लेने वाले लोगों की लंब कतार लगती है.  हर शाम ये दुकान जमुई जिले के खैरा बाजार में ई-रिक्शा पर लगाई जाती है. जहां दिल्ली के स्टाइल में मोमोज और चाउमीन जैसी चीजें बनती है. लोगों का यहां का स्वाद बड़ा ही खास लगता है.

जमुई के रहने वाले रोहित कुमार नामक इस शख्स ने ई-रिक्शा को ही अपनी दुकान बना ली है. दरअसल, रोहित पहले ई-रिक्शा चलाते थे और जब उन्हें लगा कि ई-रिक्शा चला कर उनके परिवार का गुजारा नहीं हो सकता है, तब वह दिल्ली चले गए. फिर वहां उन्होंने मोमोज और इंडो चाइनीस रेसिपी बनाना सीख लिया और वहां से लौटकर वापस घर चले आए. घर आने के बाद उन्होंने अपनी ई-रिक्शा को ही दुकान में बदल दिया और उसके पिछले हिस्से में कुछ जुगाड़ लगाकर एक काउंटर का आकार दे दिया. फिर उस पर अपना चूल्हा और दूसरे जरूर सामान रखकर स्वादिष्ट खाने का दुकान शुरू कर लिया,  ई-रिक्शा वाली इनकी दुकान कि खासियत ये है कि ये गली-गली में भी घूम सकती है और अपने ग्राहकों को टेस्टी फूड परोसती है.

महज दो घंटों में खत्म हो जाता है स्टॉक 
रोहित कुमार ने बताया कि वह हर दिन शाम 6 बजे के करीब अपनी दुकान लगाते हैं और रात 8 बजे से पहले ही उनकी दुकान का सारा स्टॉक खत्म हो जाता है. स्थानीय लोगों की भीड़ उनकी दुकान पर जमा हो जाती है और लोग मात्र 2 घंटे में ही दुकान पर बनने वाले स्वादिष्ट मोमोज को खत्म कर देते हैं. रोहित कुमार ने बताया कि इस दुकान से वह प्रतिमाह 35 से 40 हजार तक कमा लेते हैं. इतना ही नहीं वह दिन में जरूरत पड़ने पर ई-रिक्शा पर सवारी भी ढोते हैं. ऐसे में उनकी चलती फिरती यह दुकान लोगों के बीच काफी फेमस है.

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