करेला कोआमतौर पर कड़वा सब्जी के रूप में देखा जाता है. लेकिन कड़वा करेला से होने वाली आमदनी से किशनगंज के युवा किसान की न सिर्फ जिंदगी मीठी हुई बल्कि बेहतर कमाई भी हुई. 3 बीघे में करेले की खेती कर डेराटाढ़ के किसान खगेश सिंह लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं. छह महीने पहले करेला लगाया और लगभग 2-3 लाख तक का मुनाफा कमाया है. आइए इनसे जानते हैं इस खेती के बारे में.
करेले का सीजन 3-4 महीने का होता है. हफ्ते में करेला तीन बार तोड़ते हैं. Local-18 से बात करते हुए किशनगंज प्रखंड के डेडाटाड़ गांव के किसान खगेश सिंह ने बताया कि करेले की खेती को लेकर शुरुआत के पिछले वर्ष में थोड़ी दिक्कतें तो हुई, लेकिन फिर कृषि वैज्ञानिक के सलाह से इस वर्ष सीजनता ब्रीड की करेला लगाया. जिसकी उत्पादन अच्छी रही.दाम भी बेहतर मिला.
3 लाख की कमाई
खगेश के मुताबिक अब तक खेत से 9 बार करेला निकाल चुके हैं.2 बार और निकल जाने की संभावना है. अधिकतर बाजार में करेले की सब्जी की शुरुआती कीमत 60 रुपए प्रति किलो थी.वहीं अंत के समय में 30-40 रुपये तक बिक रहा है. पचास हज़ार लागत से 3 लाख रुपये तक की कमाई इस साल हुई.
जिले में लगातार बढ़ रही है सब्जी की खेती
बिहार में आमतौर पर ज्यादातर किसानों का रुझान मोटी फसलों की तरफ होता है. लेकिन पिछले 10 वर्षों में मोटे अनाज की तुलना में सब्ज़ी की खेती को बेहतर माना जाता है. किशनगंज के किसानों ने इस साल करेला, गोभी, मिर्च, बैंगन आदि फसलों की खेती की है. वहीं अगर बाजार की बात करें तो यहां के किसान बहादुरगंज और किशनगंज सब्जी मंडी में व्यापारी(पैकार) को और खुद भी अपनी सब्जियां बेचते हैं. इस वर्ष करेले से बेहतर मुनाफा हुआ. जिससे किसान काफ़ी ख़ुश दिखें.