बिहार में केंद्र सरकार के सहयोग बनने वाला एक पुल दो राज्यों बिहार और झारखंड के बीच की दूरी खत्म कर देगा। मात्र दो किलोमीटर का सफर आपको पड़ोसी राज्य की धरती पर पहुंचा देगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी 14 नवंबर को इस पुल का शिलान्यास करेंगे। पुल बन जाने से दोनों राज्यों के लोग और करीब आ आएंगे और एक दूसरे के सुख-दुख में शामिल हो सकेंगे। यह पुल का निर्माण रोहतास में होना जा रहा है। लगभग 50 लाख आबादी को सीधे लाभ मिलेगा।
जिले के नौहट्टा प्रखंड के पंडुका में सोन नदी पर पुल निर्माण होने से झारखंड की दूरी काफी कम हो जाएगी। रोहतास से दो किलोमीटर की दूरी तय करके बिहार के लोग झारखंड पहुंचेंगे और झारखंड के लोग बिहार । इस पुल के बन जाने से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के कई जिले भी रोहतास के पड़ोसी हो जाएंगे। यानी पंडुका पुल के निर्माण से पांच राज्यों का सीधा संपर्क जुड़ जाएगा। अभी इन राज्यों में जाने के लिए 150-200 किलोमीटर की लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
झारखंड के गढ़वा जाने के लिए जिले के लोगों को करीब 150 किलोमीटर का लंबा सफर तय करना होता है। लेकिन, पुल के निर्माण होने से 2-3 किलोमीटर सफर करने के बाद गढ़वा(झारखंड) श्रीनगर गांव पहुंच जाएंगे। जबकि गढ़वा की दूरी मात्र 35 से 40 किलोमीटर होगी।
महत्वपूर्ण तथ्य
● पंडुका पुल निर्माण होने के बाद नौहट्टा से झांरखंड 2-3 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचेंगे गढ़वा जिले का श्रीनगर, जबकि गढ़वा मुख्यालय की दूरी होगी 40 किलोमीटर।
● फिलहाल झारखंड के गढ़वा जाने के लिए डेहरी से औरंगाबाद हरिहरगंज के रास्ते या फिर इंद्रपुरी बाराज के रास्ते 150 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है।
● पंडुका पुल के रास्ते छत्तीसगढ़ राज्य के बलरामपुर जिले के रामानुज गंज बाजार 99 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचेंगे। फिलहाल डेहरी, औरंगाबाद, हरिहरगंज के रास्ते या फिर इंद्रपुरी बराज होते हुए करीब 220 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है।
● पंडुका पुल से यूपी के सोनभद्र जिले का बॉर्डर 13 किलोमीटर बाद पड़ेगा, जबकि सोनभद्र के लिए 55 किलोमीटर दूरी तय करनी होगी। फिलहाल घुमकर जाने में यानी झारखंड के गढ़वा के रास्ते जाने पर 185 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है।
● पंडुका पुल से मध्य प्रदेश के सिंगरौली की दूरी 150 किलोमीटर होगी। फिलहाल करीब 180 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है।