आस्था के कई रूप होते हैं. आज बिहार के एक ऐसे मंदिर की कहानी बताने जा रहे हैं जिसकी मान्यता कुछ अलग है. जिस मंदिर की कहानी बता रहे हैं वह मंदिर अपने आप में खास है. आपने कई मंदिरों में चढ़ावे चढ़ाए होंगे या मंदिर के आसपास से जरूर गुजरे होंगे. लेकिन हर एक जगह से प्रणाम कर मंदिर के सामने से निकल जाते हैं. लेकिन भागलपुर के जगदीशपुर के पास एक ऐसा मंदिर जख बाबा अवस्थित है. जहां पर गुजरने वाले हर एक राहगीर कुछ न कुछ रुपया जरूर चढ़ावा के रूप में देते हैं. यहां चढ़ावा के रुप में खड़ाऊँ भी चढ़ाया जाता है.आइए जानते हैं इसके पीछे की क्या मान्यताएं हैं.

जानिए जख बाबा की क्या है कहानी
दरअसल हम बात कर रहे हैं भागलपुर के जगदीशपुर मुख्य मार्ग में मिलने वाले जख बाबा की है. इसके जानकार उमाशंकर राय से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह काफी पौराणिक मंदिर है. यहां पर जो भी मुरादे मांगते हैं वह तुरंत पूरी होती है. उन्होंने बताया कि आप अगर और किसी भी मंदिर में जाते हैं मन्नतें मांगते हैं तो आपको असर काफी दिनों बाद भी मिलता है. लेकिन जखबाबा के पास मन्नतें मांगने पर सारी मन्नत तुरंत ही पूरी हो जाती है.
प्रसाद के रूप में चढ़ाते हैं रुपया
उमाशंकर राय ने आगे बताया कि यहां पर चढ़ावे के रूप में लोग पैसे भी चढ़ाते हैं. साथ ही कई तरह की चीज चढ़ावा के रूप में यहां पर चढ़ाया जाता है. लेकिन जितने भी राहगीर यहां से गुजरते हैं. वह इनको प्रसाद के रूप में जो बन पड़ता है, वह पैसे देते हैं और भगवान उनकी मुरादे पूर्ण भी करती है. लोग वहां खड़ाऊँ भी चढ़ावा के रूप में चढ़ाते हैं.