आप अपने घरों में वेस्ट मेटीरियल का इस्तेमाल कैसे करते हैं. भागलपुर की अर्चना बेकार चूड़ी से खूबसूरत डिजाइन तैयार करने में लगी हुई है. उसकी अच्छी कीमत मिल जाती है. भागलपुर के मंदिरोजा के खाटू श्याम मंदिर के समीप रहने वाले अर्चना कनोडिया इससे अच्छी कमाई भी कर रही है. अर्चना कनोडिया वेस्ट मटेरियल से डिजाइन तैयार करने में लगी हुई है. लोग इससे ऑनलाइन की तुलना में बहुत कम कीमत पर खरीद रहें हैं.
अर्चना बताती हैं कि इसमें सबसे अहम भूमिका निभाती है बेकार पड़ी चूड़ियां. वह अपने सहेली को बेकार चूड़ियों को जमा करने को कहती है और वह चूड़ियां उससे ले लेती है. साथ ही घर में पड़े कतरन, शादी के कार्ड में भगवान की तस्वीर व कुछ फूल का इस्तेमाल कर महिलाएं वंदन वार बना रही है. इसका मुख्य काम मुख्य गेट के द्वार पर सजावट के रूप में आता है. अर्चना कनोडिया ने बताया कि बैठे-बैठे मन नहीं लगता था तभी घर में एक डब्बे में काफी बेकार पड़ी चूड़ियां थी. साथ घर में एक कार्टन में पड़े बहुत सारे वेस्ट कपड़े थे. मैं एक दिन सोशल मीडिया पर वीडियो देख रही थी तभी इस तरह का वीडियो दिखा और मन में आया कि क्यों ना इसको बनाया जाए. तो शौख के लिए इसको बनाने लगी.
पहली बार मिला 1100 रुपया का ऑर्डर
अर्चना आगे बताती हैं कि बनाते-बनाते अच्छा बनने लगा. जब इसको मैंने अपनी दोस्त को दिखाया तो उसने मुझे पांच पीस का आर्डर दिया. लेकिन जब मैंने ऑनलाइन इसकी कीमत देखी तो काफी महंगे मिल रहे थे. मैंने इसकी कीमत 1100 रुपये रखी और उसको पांच बनाकर दे दिए. मुझे इससे अच्छा मुनाफा हुआ. अब धीरे-धीरे इसको बनाकर और अपनी आजीविका चला लेती हूं. उन्होंने बताया कि काफी महिलाएं चूड़ी को फेंक देती हैं या अपने समय को बेकार करती है. अगर ऐसी महिलाएं सीखना चाहती है तो मेरा घर खाटू श्याम मंदिर के ठीक पीछे है वहां आकर कोई भी सीख सकती है.
एक वंदन वार की कीमत 1100 से ₹1200
एक वंदन वार की कीमत 1100 से ₹1200 हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि इसको हम लोग और बड़े पैमाने पर करने की सोच रहे हैं. उन्होंने बताया कि जब दीपावली का समय आता है दुर्गा पूजा का समय आता है तो करीब 20 से ₹25 हजार की बिक्री हो जाती है. इससे मुझे अच्छा खासा मुनाफा हो जाता है.