13 मई को नेपाल में हो रहे नगर निकाय चुनाव सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों को लेकर गुरुवार को मोरंग के विराट चौक स्थित एक होटल में इंडो-नेपाल समन्वय समिति की बैठक हुई। बैठक में 13 मई को होने जा रहे चुनाव में 72 घंटे के लिए सीमा सील कर चुस्त दुरुस्त सुरक्षा व्यवस्था बनाने, सूचना आदान प्रदान करने, असामाजिक तत्व पर पैनी नजर रखने, ज्वाइंट पेट्रोलिंग चलाने के अलावा भारतीय सीमा से सटे नेपाल के बॉर्डर इलाके में शराब दुकान पर अंकुश व तस्करी पर रोक लगाने पर निर्णय लिया गया।
बैठक में इसके अतिरिक्त हथियारों की तस्करी, मानव तस्करी, दोनों देशों की मुद्रा तस्करी व अन्य मादक पदार्थों की तस्करी पर पूरी सख्ती के साथ रोक लगाने एवं एक दूसरे को सूचनाओं के आदान-प्रदान करने पर भी सहमति बनी। सीमा पर अतिक्रमण व सीमा स्तंभों की मरम्मत पर भी चर्चा की गई। तीसरे देशों के नागरिकों को अवैध तरीकों से भारत में प्रवेश नहीं करने को लेकर भी चर्चा की गई। ऐसी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने पर भी सहमति बनी।
इसी क्रम में बिहार के रास्ते भारत में नेपाल से फेक करेंसी के आवागमन पर रोक लगाने पर विशेष रूप से चर्चा की गई। साथ ही नेपाल में आगामी चुनाव को लेकर दोनों देश के बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष रूप से बल दिया गया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रत्येक तीन माह में समन्वय समिति की बैठक आयोजित की जाएगी। दोनों देश एक दूसरे के अपराधियों की सूची एवं उनसे संबंधित जानकारी को एक दूसरे से साझा करने पर सहमति बनी। बैठक के अंत में दोनों देशों के अधिकारियों द्वारा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
बैठक में अररिया डीएम प्रशांत कुमार सीएच, मोरंग नेपाल के सीडीओ काशीराज दहाल, सीडीओ सुनसरी इंद्रदेव यादव, अररिया एसपी अशोक कुमार सिंह, मोरंग एसपी शांतिराज कोइराला, एपीएफ एसपी राजकुमार लामीछाने, सुनसरी एसपी संजय सिंह थापा, एसएसबी अररिया सेकेंड इन कमान ब्रजेश कुमार, एसएसबी बथनाहा प्रभारी कमांडेंट कस्तूरी लाल, अररिया सदर एसडीओ शैलेश चंद्र दिवाकर, फारबिसगंज एसडीओ सुरेंद्र कुमार अलबेला, अररिया एसडीपीओ पुष्कर कुमार, फारबिसगंज एसडीपीओ रामपुकार सिंह, अररिया एक्साइज इंस्पेक्टर संजीत कुमार सहित दोनों पक्षों के अधिकारी व पुलिसकर्मी मौजूद थे।