हमारे देश को आदिकाल से ही वीरों की जन्मभूमि कहा जाता है और बात बिल्कुल सच भी है। देश पर मर मिटने वालों की यहां कोई कमी नहीं।
लेकिन सियासी बेड़ियों के कारण आज भी हमारी सेना और पुलिस को कई मौकों पर चुप बैठना पड़ता है। लेकिन समय आने पर जांबाजी की एक से एक मिसाल देखने को मिलती है। ऐसे ही एक जाबांज हैं बिहार के ‘सपूत’ IPS प्रकाश रंजन मिश्र।
जी हां, प्रकाश रंजन मिश्र एक ऐसा नाम है, जिसे सुनकर नक्सलियों की सिट्टी-पिट्टी बंद हो जाती है। आखिर हो भी क्यों ना, पूरे 100 का रिकॉर्ड है इनका।
चलिये आपको बताते हैं प्रकाश रंजन मिश्र की कहानी, जो किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है। रामगोपाल वर्मा की फिल्म ‘अब तक 56’ तो आपने देखी ही होगी, बस कुछ वैसा ही रिकॉर्ड है बिहार के इस सपूत का। फिलहाल सीआरपीएफ में तैनात मिश्र ‘अब तक 100’ नक्सलियों का सफाया कर चुके हैं।
IPS अफसर प्रकाश रंजन मिश्र ऊर्फ PR मिश्रा असम, त्रिपुरा, जम्मू-कश्मीर और ओडिसा के बाद फिलहाल झारखंड में पोस्टेड है। वह राज्य में प्रतिनियुक्ति पर हैं। CRPF के कोबरा बटालियन में भी इन्होंने चार साल तक काम किया है।
साल 2012 में चतरा जिले में पोस्टिंग के दौरान प्रतापपुर के जंगल में नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन के दौरान इनकी मुठभेड़ हो गई। बड़ी संख्या में नक्सलियों का दस्ता इनके सामने था। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए, लेकिन मोर्चे पर डटे रहे। एयरलिफ्ट करके इन्हें सकुशल निकाला गया था।