हमारी सरकार या किसी राजनीतिक पार्टी से दुश्मनी नहीं है। सेना और अर्द्धसैनिक बलों में जवानों व अफसरों का एक ही मेस होना चाहिए। भ्रष्टाचार करने वाले अफसरों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
यह बातें जंतर-मंतर पर धरने में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से बर्खास्त किए गए तेज बहादुर यादव ने कहीं। इस धरने में सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी और जवान भी पहुंचे।
तेज बहादुर ने कहा कि अगर सरकार हमारी 10 सूत्री मांगों को दो महीने में पूरा नहीं करती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति विशेष की लड़ाई नहीं है, बल्कि देश की लड़ाई है।
सरकार जय जवान-जय किसान का नारा भूल चुकी है। धरने में तेज बहादुर के परिवार वाले भी शामिल हुए। साथ ही मणिपुर की मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला ने भी शिरकत की।