बिहार सरकार ने चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी पर समारोह का आयोजन किया है। इसी के तहत आज 17 अप्रैल को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सभी सेनानियों सम्मानित किया जायेगा। इसके लिए सभी सेनानियों को आमंत्रित किया गया है। देश भर से सेनानी पटना पहुँच रहे हैं। वहीं एक सेनानी पाकिस्तान से आयीं हैं। सुभद्रा नाम की इस सेनानी को चम्पारण सत्याग्रह के सौ साल पूरा होने के मौके पर सम्मानित किया जाएगा। वे पाकिस्तान के लाहौर में रहती हैं।
लाला अचिन्त राम की बेटी, सुभद्रा आजादी की लड़ाई के दौरान 1939 में जेल भी गयीं थीं। 1928 में जन्मी सुभद्रा भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति कृष्ण कांत की बहन हैं। सुखदेव उनके चचेरे भाई थे। सुभद्रा बताती हैं की उनके घर पर भगत सिंह का आना जाना लगा रहता था। घर का माहौल क्रांति के अनुरूप था। उनके पिता जो डॉक्टरी की पढ़ाई करने के लिए लाहौर गये थे, गांधी जी जी के विदेशी चीजों का बहिष्कार शुरु करने पर वह पढ़ाई छोड़ कर वापस आ गये।