इस यात्रा के दौरान भारत और इजराइल के बीच हुए समझौतों के बाद अब इजराइल भारतीय सैनिकों को मॉर्डन मार्शल आर्ट क्राव मागा की ट्रेनिंग दे रहा है, ताकि आपात स्थिति में आतंकियों को चंद मिनटों के भीतर मार गिराया जा सके। दिल्ली के साकेत स्थिति क्राव मागा मुख्यालय में करीब तीन दर्जन से अधिक सेना के जवानों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग के दौरान इन जवानों को विशेष तौर पर चाकू और डंडों से बचाव की खास ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग में निहत्थे जवानों को कई हथियारबंद लोगों से लड़ने की ट्रेनिंग खासतौर पर दी जा रही है।
जवानों को ट्रेनिंग दे रहे इंटरनेशनल अल्टिमेट क्राव मागा फेडरेशन के मुख्य इंस्ट्रक्टर विक्रम कपूर बताते हैं कि इजराइल में इस कला की सालों तक ट्रेनिंग लेने के बाद वर्ष 2002 में यह तकनीक लेकर मैं भारत आया था। इस ट्रेनिंग की सबसे खास बात यह है कि आपके शरीर का हर हिस्सा इसमें हरकत करता है और पल-भर में हमलावर को धूल चटा सकते हैं, शायद इसीलिए इसे अब तक की बेस्ट ट्रेनिंग भी माना जाता है। उन्होंने बताया कि क्राव माका को इस दौर की सबसे नई और सबसे अच्छी सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग माना जाता है जिसे हंगरी में पैदा हुए एक इसराइली ने दूसरे विश्व युद्ध के समय इजाद किया था।
मौजूदा वक्त में इस सेल्फ डिफेंस तकनीक को कुछ प्रमुख देशों की सेनाएं इस्तेमाल कर रही है, खासकर उनके कमांडो और हमलावर दस्ते। सेंटर में मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग ले रहे एक कमांडो ने बताया कि हमने आज से पहले कई तरह की मार्शल आर्ट ट्रेनिंग ली है जिनमें कराटे, बाक्सिंग और कई अन्य तरह की ट्रेनिंग शामिल है, लेकिन क्राव मागा एक ऐसी कला है, जिसे सीखने में समय भी कम लगता है और ये दूसरी ट्रेनिंग से कई ज्यादा भरोसेमंद है।
कमांडो ने बताया कि क्राव मागा की सबसे बड़ी खूबी ये है कि आपके शरीर का नार्मल बॉडी मूवमेंट भी घातक हथियार बन जाता है। मसलन आप अपनी उंगलियों से ही किसी की जान ले सकते हैं।
शुरुआती चरण में दिल्ली पुलिस की स्वाट यूनिट और पंजाब पुलिस के जवानों को क्राव मागा मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जा रही है। आपको बता दें कि पठानकोट एयरबेस हमले के दौरान पंजाब पुलिस की स्वाट टीम ने बिना किसी नुकसान के सारे आतंकियों को मार गिराया था।