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भारतीय इंजीनियरों ने बनाया अंडर वाटर टनल’, मनवाया अपना लोहा

अंतर्राष्‍ट्रीय खबरें

भारत अब पूरी दुनिया में अपना लोहा मनवा कर ही रहेगा। भारत के इंजीनियर अब पूरी दुनिया के इंजीनियरों को टक्कर देने के लिए मैदान में उतर चुके हैं। इन इंजीनियरों के करानामों को देख लोग दांतों तले अंगुलियां दबाने को मजबूर हो रहे हैं।

चीन ने तिब्बत के दुर्गम क्षेत्र में रेल सेवा का विस्तार किया और एवरेस्ट के नीचे से रेलवे लाइन गुजारकर नेपाल को करीब लाने के मंसूबे भी वह पालता रहा है। दुबई में बुर्ज खलीफा जैसी इमारत खड़ी होती है तो अमेरिका और यूरोप में भी इंजीनियरिंग के बड़े से बड़े कमाल देखने को मिलते हैं।

ऐसे में पानी के नीचे सुरंग बनाने का कारनामा कर भारतीय इंजीनियरों ने भी अपनी इंजीनियरिंग समझ का लोहा मनवा लिया है। भारत ने कई ऐसे प्रोजेक्ट पूरे किए हैं और कई पर अभी काम चल रहा है, जिन्हें देखकर लोग दंग हगो गए हैं। आइए ऐसे एक प्रोजेक्ट पर नजर डालें –

भारतीय इंजीनियरों ने अपने टैलेंट का कारनामा दिखाया है। कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के साथ काम करने वाली एक प्राइवेट कंपनी के इंजीनियरों ने ‘अंडर वाटर टनल’ बनाकर अपनी इंजीनियरिंग का लोहा मनवा लिया है। इसमें सबसे खास बात यह है कि इस काम को जुलाई में पूरा होना था, लेकिन यह उससे काफी पहले ही पूरा हो चुका है।

दरअसल ईस्ट-वेस्ट मेट्रो को जोड़ने के लिए भारत में पहली बार अपनी तरह की ‘अंडर वाटर टनल’ बनाई गई है। इसके तहत इंजीनियरों ने हुगली नदी के नीचे टनल बनाकर कोलकाता और हावड़ा के बीच मेट्रो लिंक जोड़ दिया है। नदी के नीचे 502 मीटर लंबी सुरंग खोदने के लिए एक बड़ी टनल बोरिंग मशीन का इस्तेमाल किया गया।

 

यह पूरा प्रोजेक्ट 16.6 किमी लंबा है और इसमें से 10.8 किमी का ट्रैक जमीन के अंदर है। इसी 10.8 किमी में आधे किमी से कुछ ज्यादा लंबी सुरंग पानी के नीचे है।

यह टनल हावड़ा को वेस्ट और साल्ट लेक क्षेत्र को पूर्व से जोड़ेगी। पानी के नीचे सुरंग बनाने का काम पूरा करने के लिए जुलाई तक का वक्त था, लेकिन इंजीनियरों ने इसे करीब 50 दिन पहले ही पूरा कर लिया।

करीब 250 इंजीनियरों, टेक्निशियनों और अन्य कामगारों ने इस काम को पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत की। हमने प्रति दिन औसतन 35-40 मीटर सुरंग खोदी।’

 

इस प्रोजेक्ट के दिसंबर 2019 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।

जिस तरह से काम चल रहा है और जिस तरह से सबसे मुश्किल कार्य को जल्दी निपटा लिया गया है, उसे देखते हुए उम्मीद है कि समय पर इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा।

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