गौरतलब है कि ज़ी बिहार-झारखंड ने बिहार के अवैध बालू माफियाओं के खिलाफ एक अभियान ‘पायरेट्स ऑफ बिहार’ चलाया है. इस अभियान का यह असर हुआ है कि इसने प्रदेश के रेत माफियाओं की कमर तोड़ दी है. ऑपरेशन पायरेट्स ऑफ बिहार का असर हुआ है कि राज्य में 2 आईपीएस (IPS) समेत 18 अधिकारियों पर गाज गिरी है.
राज्य सरकार ने इस मामले में प्रदेश के 4 SDPO को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, दो आईपीएस अधिकारी को भी निलंबित किया गया है. निलंबित किए गए दो आईपीएस अधिकारी में आईपीएस सुधीर पोरिका और राकेश दुबे का नाम शामिल है. सुधीर औरंगाबाद जिले के एसपी रहे हैं, जबकि राकेश दुबे आरा के एसपी थे.
बिहार में अवैध बालू खनन को लेकर हो रही कार्रवाई के बाद अब राज्य सरकार ने प्रदेश में कई बड़े आईएएस (IAS) व आईपीएस (IPS) अधिकारियों का तबादला किया है. भारतीय प्रशासनिक सेवा के 7 अधिकारी बदले गए हैं. वहीं, दूसरी सेवाओं से प्रतिनियुक्ति पर आए दो अफसरों की बिहार सरकार की ओर से तैनाती की गई है.
आईपीएस प्रणव कुमार प्रवीण चंपारण के डीआईजी बनाए गए हैं. वहीं, भारतीय पुलिस सेवा के 2005 बैच के अधिकारी और छपरा के रेंज डीआईजी मनु महाराज केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए हैं. उन्हें आईटीबीपी में डीआईजी बनाया गया है. प्रणव कुमार व मनु महाराज के अलावा, ललन मोहन प्रसाद, जितेन्द्र मिश्रा, राजेश त्रिपाठी व रवींद्र कुमार का तबादला हुआ है.
इसके अलावा, बिहार सरकार ने कई वरिष्ठ अधिकारियों का भी तबादला किया है. इसमें सबसे पहला नाम स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव मनोज कुमार का है. इनको निदेशक, माध्यमिक शिक्षा के पद पर भेजा गया है. निदेशक, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद संजय कुमार सिंह का तबादला स्वास्थ विभाग में विशेष सचिव के पद पर किया गया है.
इसके साथ ही उद्योग विभाग के विशेष सचिव अमरेन्द्र प्रसाद सिंह को प्राथमिक शिक्षा का निदेशक बनाया गया है. शिक्षा विभाग के विशेष सचिव गिरिवर दयाल सिंह का तबादला निदेशक, युवा कल्याण एंव खेल निदेशालय के पद पर किया गया है.
निदेशक, प्राथमिक शिक्षा रहे डॉ. रणजीत कुमार सिंह की तैनाती पंचायती राज विभाग के निदेशक के पद पर की गई है. निदेशक, युवा कल्याण एवं खेल निदेशालय डॉ. संजय सिन्हा का तबादला गन्ना उद्योग विभाग में ईंखायुक्त के पद पर किया गया है. मुंगेर के नगर आयुक्त श्रीकांत शास्त्री बिहार शिक्षा परियोजना परिषद में परियोजना निदेशक बनाए गए हैं.