शराबबंदी के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर समाज में कोढ़ की तरह व्याप्त दो सामाजिक बुराईयों, बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ पटना के अशोका कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एक समारोह से राज्यव्यापी महाअभियान का आगाज किया।
जानकारी के मुताबिक शराबबंदी की तरह ही राज्यवासियों को दहेज और बाल विवाह के खिलाफ जागरुक करने के लिए अगले साल 21 जनवरी में मानव श्रृंखला बनाई जाएगी।
शराबबंदी के बाद समाज सुधार की दिशा में राज्य सरकार का यह बड़ा कदम है। अशोका कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में बाल विवाह की दर 39 प्रतिशत है जबकि पूरे देश में इसका प्रतिशत 26.8 है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सरकार बाल विवाह और दहेज विरोधी अभियान के लिए एक स्टैंडर्ड अॉपरेटिंग सिस्टम तैयार करेगी।
गौरतलब है कि इससे पहले नशा मुक्त बिहार बनाने के लिए 21 जनवरी को करोड़ों लोगों मानव श्रृंखला बनाया था। पटना के गांधी मैदान में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आरजेडी चीफ लालू यादव समेत लाखों लोग खड़े हुए थे। एक अनुमान के मुताबिक करीब दो करोड़ लोग हाथ पकड़कर पूरे बिहार में खड़े हुए थे।
बिहार में महागठबंधन की सरकार के समय सीएम नीतीश कुमार और आरजेडी चीफ लालू यादव ने गुब्बारा उड़ाकर समारोह का उद्घाटन किया था।
11 हज़ार किलोमीटर लंबी इस मानव श्रृंखला का मकसद नशा मुक्त बिहार बनाने को लेकर लोगों को जागरूक करना था। दहेज प्रथा और बाल विवाह को लेकर भी मानव श्रृंखला बनाया जाएगा।