अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू होने वाली है। 17 अप्रैल से यात्रा के लिए पंजीकरण भी शुरू हो चुका है लेकिन यात्रा पर जाने वाले दरभंगा प्रमंडल के लोग अनिवार्य हेल्थ सर्टिफिकेट के लिए मुजफ्फरपुर जिले का चक्कर लगाने के लिए मजबूर हैं।
चक्कर लगाने के बाद भी चिकित्सकों की तामझाम के कारण लोगों को खाली हाथ ही लौटना पड़ रहा है। इस बार अमरनाथ यात्रियों पर श्राइन बोर्ड की व्यवस्था भी भारी पड़ रही है। बीते साल की तुलना में इस साल यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आने के आसार हैं। ऐसा इसीलिए हो रहा है क्योंकि बीते साल की तरह इस साल अनिवार्य हेल्थ सर्टिफिकेट जारी करने के लिए चिकित्सकों को चिह्नित नहीं किया गया है।
उत्तर बिहार में केवल तीन डॉक्टरों को किया गया है नामित
उत्तर बिहार के जिलों में से मात्र मुजफ्फरपुर जिले के तीन चिकित्सकों को ही अमरनाथ यात्रियों को स्वास्थ्य प्रमाण पत्र देने के लिए नामित किया गया है। अब लोगों को उत्तर बिहार के करीब एक दर्जन जिले के लोगों को स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी करने वाले चिकित्सकों के पास मुजफ्फरपुर जाना पड़ रहा है।
इसमें जो मुजफ्फरपुर जाते हैं, वही लोग एसबीआई मेन ब्रांच लहेरियासराय शाखा और पंजाब नेशनल बैंक दरभंगा टॉवर चौक में रजिस्ट्रेशन कराने में सफल हो रहे हैं।
एक दिन में 10 यात्रियों का ही होता है रजिस्ट्रेशन
इसमें भी बड़ी समस्या यह है कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने प्रतिदिन केवल 10 यात्रियों का ही रजिस्ट्रेशन कराने का लक्ष्य दिया है। दूसरी ओर जिले में यह समस्या आ गई है कि एसबीआई लहेरियासराय शाखा में अमरनाथ श्राइन बोर्ड का साइट 10 दिनों के बाद आज खुला है। इधर, अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू है। इच्छुक रजिस्ट्रेशन के लिए अब तक भटक रहे हैं।
पिछले साल आसान था सर्टिफिकेट लेना
पिछले साल अमरनाथ यात्रियों के हेल्थ सर्टिफिकेट के लिए दरभंगा के स्थानीय चिकित्सकों के नाम तय किए गए थे। इस व्यवस्था से चिकित्सक दरभंगा समेत अन्य जिलों से आने वाली अमरनाथ यात्रियों का स्वास्थ्य प्रमाण पत्र उसी दिन जारी कर देते थे। उसी दिन स्टेट बैंक या पंजाब नेशनल बैंक में रजिस्ट्रेशन हो जाता था।
मौजूदा व्यवस्था से इस बार इन क्षेत्रों से जाने वाले यात्रियों की संख्या में गिरावट आने की आशंका है। बीते साल करीब 400 अमरनाथ यात्रियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया गया था।
कई दिनों तक नहीं खुली श्राइन बोर्ड की साइट
एसबीआई मुख्य शाखा के चीफ मैनेजर रितेश कुमार दास ने बताया कि उनकी शाखा के कंप्यूटर पर अमरनाथ श्राइन बोर्ड का साइट कई दिनों से नहीं खुल रही थी। काफी मशक्कत के बाद साइट खुली है। एक व्यक्ति रजिस्ट्रेशन के लिए आए थे। हेल्थ सर्टिफिकेट जारी करने वाले स्थानीय चिकित्सक का नाम अमरनाथ श्राइन बोर्ड के साइट पर जारी नहीं किया गया है जो यात्री हेल्थ सर्टिफिकेट लाते हैं, उनका ही रजिस्ट्रेशन होता है।