हरितालिका तीज 9 सितंबर, गुरुवार को मनाई जाएगी ।।
हरतालिका तीज व्रत महिलाएं अखंड सुहाग के लिए निर्जला और निराहार रखेंगी। हरतालिका तीज पर महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा करती है। कुछ जगहों पर भगवान शंकर, माता पार्वती और भगवान गणेश की कच्ची मिट्टी से प्रतिमा बनाकर महिलाएं विधिवत पूजा करती हैं। जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और व्रत पारण
विधि-हरितालिका तीज पूजा विधि-
- हरितालिका तीज में श्रीगणेश, भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है।
- सबसे पहले मिट्टी से तीनों की प्रतिमा बनाएं और भगवान गणेश को तिलक करके दूर्वा अर्पित करें।
- इसके बाद भगवान शिव को फूल, बेलपत्र अर्पित करें और माता पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
- तीनों देवताओं को वस्त्र अर्पित करने के बाद हरितालिका तीज व्रत कथा सुनें या पढ़ें।
- इसके बाद श्रीगणेश की आरती करें और भगवान शिव और माता पार्वती की आरती उतारने के बाद भोग लगाएं
जलेबी तथा सामा के सत्तू को खाकर कर व्रत पारण की परंपरा-
हरितालिका तीज व्रत का पारण करने की शहर में एक खास परंपरा है। यानी व्रत के अगले दिन कुछ जगहों पर ताजी जलेबी और दही सेवन कर महिलाएं पारण करती हैं। जबकि कई जगहों पर जलेबी के बजाय सामा के सत्तू और खीरा से अपना व्रत खोलती है ।।