चैत्र पूर्णिमा पर भगवान शिव के ग्यारहवें अवतार हनुमान का जन्म हुआ था। आज पूरे भारत में धूमधाम से हनुमान जयंती मनाई जा रही है।
पंडितों और ज्योतिषियों के अनुसार इस साल की हनुमान जयंती अति विशेष और महत्त्वपूर्ण है। माना जा रहा है कि इस साल की हनुमान जयंती पर 120 सालों के बाद बहुत ही खास संयोग बन रहे हैं। इसलिए आज हनुमानजी की आराधना करने से भक्तों पर ख़ास कृपा होगी।
ज्योतिषियों के मुताबिक़ इस वर्ष हनुमान जयंती पर मंगलवार, पूर्णिमा तिथि, चित्रा नक्षत्र का कुछ वैसा ही योग बन रहा है, जैसा कि शास्त्रों में लिखे अनुसार हनुमानजी के जन्म के समय थे। ग्रंथों के अनुसार अंजनीपुत्र हनुमान के जन्म के समय भी यही योग बताए गए हैं।
इसके साथ ही एक और विशेष योग गजकेसरी भी बन रहा है जिससे दिन का योग अमृत रहेगा जो अति शुभदायी माना गया है। जिन व्यक्तियों पर कर्माधीश शनि महाराज की साढ़ेसाती या उनकी ढैया चल रही होगी तो यह दिन उनके लिए बहुत शुभ रहेगा। इस दिन हनुमानजी की पूजा व आराधना से ये दोष समाप्त होने लगेंगे।
वानरराज केसरी और देवी अंजना के पुत्र रूप में जन्मे मारुतिनंदन हनुमानजी देवाधिदेव भगवान शिव के 11वें अवतार माने गए हैं। उनकी रामभक्ति और राम कार्य को सेवा की मिसाल माना जाता है। भगवान राम के आशीर्वाद से हनुमान अमर हो गए और आज भी वो अपने भक्तों को अभयता का वरदान देते हैं।