संकट मोचन, भक्त हनुमान, अंजनी पुत्र, पवन पुत्र जैसे अनेकों नाम से जाना जाने वाले बजरंगबली इस पृथ्वी पर आज भी भ्रमण कर रहे हैं. दरअसल, कलयुग का यह हनुमान लक्ष्मण दास है, जो इन दिनों सिमरिया धाम में अर्ध कुंभ को लेकर चर्चा में है. देश के अधिकांश हिस्सों में स्थित धार्मिक स्थल से लेकर शक्तिपीठ का हनुमान रूप धारण कर भ्रमण कर चुके हैं. लक्ष्मण दास का हनुमान रुप भक्तों को अपनी ओर आकर्षित भी करता है. मधुबनी से 122 किमी की दूरी तय कर सिमरिया धाम पहुंचे हैं. यहां बजरंगबली का रुप धारण कर श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं.
लक्ष्मण दास हाथ में गदा और सिर पर कमल फूल जैसे दिखने वाला मुकुट सहित प्रतिमा में दिखने वाले भगवान हनुमान की भांति पूरे शरीर को रंग कर घूम रहे हैं. लक्ष्मण दास ने पूछ भी लगा रखी है और जोर-जोर से जय हनुमान का नाम लेते हुए कुंभ में श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं. भगवान और भक्त के रिश्तों में प्रेम का अहम स्थान होता है. मधुबनी जिला के रहने वाले लक्ष्मण दास ने बताया कि 12 साल पहले गांव में जमीनी विवाद में इंसाफ नहीं मिलने की वजह से गंगा किनारे आत्महत्या करने के लिए पहुंच गए थे. एक साधु ने जिंदगी पूरी तरह से बदल दी.
हनुमान का रूप धारण कर भक्ति का दे रहे हैं संदेश
लक्ष्मण दास ने बताया कि जब गंगा किनारे आत्महत्या के लिए पहुंचे तो एक साधु मिले. उन्होंने समझाकर एक तुलसी का मला देकर भगवान को सिमरने का मार्ग बताया. इसके बाद तो मानो जिंदगी ही बदल गई. तब से लेकर अब तक विभिन्न धार्मिक स्थलों के अलावा 52 शक्तिपीठ में जाकर पूजा-अर्चना कर चुके हैं. हिंदू धर्म के लगभग सभी तीर्थ स्थलों पर जाकर भगवान श्री राम की भक्ति करते हुए हनुमान रूप में लीला दिखाकर लोगों को धर्म के प्रति आकर्षित करने का काम करते हैं. उन्होंने बताया कि जो आशीर्वाद लेने आते हैं, वे दान में रूप में कुछ पैसे या फिर खाना दे देते हैं. जिससे गुजारा चल जाता है.