गया में उर्वरक संबंधित समस्या का 24 घंटे के अंदर होगा समाधान! किसान इन नंबरों पर करें कॉल

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अगस्त महीने में हुई सामान्य वर्षापात से बिहार के गया जिले में धान की रोपनी में सुधार हुआ है. जिले में धान आच्छादन का लक्ष्य 190186 हेक्टेयर के विरुद्ध 134875 हेक्टेयर में धान की रोपनी हो गई है. किसानों के पास धान का बिचड़ा सुरक्षित है. जिससे अगले सप्ताह में भी धान की रोपनी होने की संभावना है. जिले के कम फसल आच्छादन वाले पंचायतों को चिन्हित कर कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध कराये मक्का बीज का वितरण किया गया है.

वैकल्पिक फसल के रुप में वितरित किये गये मक्का बीज को पंचायत स्तरीय कर्मियों की टीम गठित कर खाली पड़े खेतों में लगवाने के लिये किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. मक्का फसल आच्छादन के पर्यवेक्षण के लिए प्रखंड स्तर पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं अनुमंडल स्तर पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी को जिम्मेवारी सौंपी गई है.

जिला उर्वरक नियंत्रण कोषांग का हुआ गकृषि पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में जिले में उर्वरक की कोई कमी नही है. गया जिले में यूरिया 36000 मेट्रिक टन, डीएपी 10000 मेट्रिक टन, एमओपी 2500 मेट्रिक टन, एनपीके 7500 मेट्रिक टन एवं एसएसपी 3332 मेट्रिक टन आपूर्ति का लक्ष्य निर्धारित है जिसके विरुद्ध यूरिया 19748 मेट्रिक टन, डीएपी 8836 मेट्रिक टन, एमओपी 1611 मेट्रिक टन, एनपीके 2210 मेट्रिक टन एवं एसएसपी 3384 मेट्रिक टन उपलब्ध है. किसानों की उर्वरक संबंधी किसी भी समस्या या शिकायत के निवारण के लिए जिला उर्वरक नियंत्रण कोषांग का गठन किया गया है.

गया जिले के कोई भी किसान अपनी उर्वरक संबंधी समस्याओं के लिये उपरोक्त किसी भी नम्बर पर फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है. 24 घंटे के अन्दर उनके समस्याओं का समाधान किया जायेगा.

ललन कुमार सुमन, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, नीमचक बथानी, 7992337384
आनन्द कुमार, सहायक निदेषक (कृषि अभियंत्रण), जिला कृषि कार्यालय, गया, 6202788008
मधुमिता, सहायक निदेषक प्रक्षेत्र, जिला कृषि कार्यालय, गया, 8210613126
मुकेष कुमार, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, गया सदर, 9504977228
दयानन्द प्रसाद, कृषि समन्वयक, जिला कृषि कार्यालय, गया, 9934890032
संजय कुमार, कृषि समन्वयक, जिला कृषि कार्यालय, गया, 9939407481

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