आपने एमबीए चाय वाला, ग्रेजुएट चाय वाला और बेवफा चाय वाले का नाम तो सुना हीं होगा. इन लोगों का धंधा भी जबरदस्त तरीके से फल-फूल रहा है. अजीबोगरीब नामकरण के साथ स्टॉल खोलने का मानो चलन हीं चल गया है. चाय वाले से इतर बिहार के गोपालगंज में आपको एक ऐसे सत्तू वाले से मिलाने जा रहे हैं जिसके स्टॉल का नाम आपको हैरत में डाल देगा. यह शख्स गोपालगंज जिले का हीं रहने वाला है. जीं हां हम बात कर रहे हैं सुनील कुमार साह की जिसने अपने सत्तू स्टॉल का नाम हीं बेवफा सत्तू वाला रख लिया है. सुनील बेवफा सत्तू स्टॉल लागने तक सीमित नहीं है. वह अपने दुकान पर डिस्काउंट भी देता है. यह डिस्काउंट सभी के लिए नहीं है. सिर्फ प्रेमी जोड़े और प्यार में धोखा खाए लोगों को वह डिस्टाउंट में शुद्ध चने का सत्तू पिलाता है.
सुनील ने बताया कि वह एक किराए के कमरे में रहता है और रोजाना गोपालगंज बस स्टैंड के समीप बेवफा सत्तू के नाम से स्टॉल लगाता है. सुनील ने बताया कि उसके इस स्टॉल पर सर्वाधित प्रेमी जोड़े हीं सत्तू पीने आते हैं. प्रेमी जोड़े को स्पेशल छूट भी देते हैं. सुनील प्रेमी जोड़े को मात्र 15 रूपए में सत्तू पिलाता है. खास बात यह है कि प्यार में धोखा खाने वाले लोगों को वह मात्र 10 रूपए हीं में शुद्ध चने का सत्तू पिलाता है. सुनील से जब पूछा गया कि अपने इस स्टॉल का नाम बेवफा सत्तू रखने का ख्याल जेहन में कैसे आया तो उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ नहीं है, उनकी निजी जिंदगी से जुड़ा हुआ है. बस मन में ख्याल आया और बेवफा सत्तू के नाम से स्टॉल लगा दिया.
गोपालगंज में चर्चा का विषय बना स्टॉल
सुनील कुमार साह ने कुछ माह पूर्व ही गोपालगंज बस स्टैंड के समीप अपना बेवफा सत्तू का स्टॉल लगाना शुरू किया है. कम हीं दिनों में यह गोपालगंज में चर्चा का विषय भी बन गए हैं. जिस भी शख्स का स्टॉल पर नजर पड़ता है तो वे वहां पहुंच जाते है. सत्तू तो पीते हीं है साथ हीं ऐसा नाम रखने के पीछे की वजह भी पूछ लेते हैं. सुनील बस मुस्कुरा कर सिर हिला देते हैं. सुनील ने बताया कि स्टॉल ठीक से चल रहा है. सुबह से शाम तक लोग सत्तू पीने के लिए पहुंचते रहते हैं. खासकर शाम को सत्तू पीने के लिए प्रेमी जोड़े की भीड़ लगती है. सब खर्च काटकर रोजना एक हजार की कमाई हो जाती है. जिससे गुजर-बसर ठीक-ठाक तरीके से हो जाता है.