समाज की बुराइयों के बारे में बातें करना और उसकी शिकायत करना तो काफी आसान है। लेकिन विरले ही ऐसे लोग मिलते हैं जो उन सब के बीच अपने बुलंद हौसलों से समाज की भलाई के लिए कुछ करते हैं। कुछ अलग करने का जूनून उन्हें सफलता के शिखर पर जरूर पहुंचता है।
बिहार के एक ऐसे ही युवक हैं अभिराम दुबे जिन्होंने न सिर्फ आम धारणा के विपरीत अपना करियर बिलकुल अलग ही क्षेत्र में बनाया बल्कि अपने काबिलियत और कौशल की वजह से सामाजिक जागरूकता फैलाते हुए लोगों के बीच लोकप्रिय भी हैं।
कराटे में ब्लैक बेलटर अभिराम दुबे को बचपन से ही मार्शल आर्ट में विशेष रूचि थी। साउथ इंडियन मार्शल आर्ट (सिलम्बम) में स्टेट गोल्ड मेडलिस्ट होने के साथ ही अभिराम तलवारबाजी और लाठी युद्ध में भी गोल्ड मेडलिस्ट हैं।
छत्तिश्गढ़ में हुए सिलम्बम चैंपियनशिप में तलवारबाजी म नेशनल मेडल, पटना में हुए स्टेट बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्टेट मेडलिस्ट अभिराम अभी बक्सर जुडो एसोसिएशन में जुडो प्लेयर और सेक्रेटरी की भूमिका निभा रहे हैं। इसके साथ ही बक्सर काराव – मांगा एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी के पद पर भी आसीन रहे |
कराव -मांगा (इस्राइल मिलिट्री फोर्सेज कॉम्बैट सिस्टम) और काबोशी ( मॉडर्न ऐज इफेक्टिव एंड डेडली क्लोज कॉम्बैट एंड वेपन सिस्टम ) से ट्रेंनेड अभिराम ने पिछले तीन सालों से महिलाओं को आत्मसुरक्षा के मामले में आत्मनिर्भर बनाने हेतु कई कार्यक्रम चलाया। स्कूल, कॉलेजेस और घरेलु महिलाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षशण प्रदान प्रदान करने के अलावा समय-समय पर महिलाओं के लिए सेमिनार आयोजित करवाते हैं।

अभीराम का कहना है की महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए हर वक्त दुसरो पर निर्भर नहीं रह सकती। वो अपनी रखा खुद कर सकती हैं। उन्हें अगर अपनी मानसिक और शारीरिक स्तर पर योग्यता का भान हो जाये तो वो आज से समाज में स्वतंत्रता पूर्वक निर्भीक होकर विचरण कर सकती है इसके लिए उन्हें किसी सहारे की जरुरत नहीं है।
इसी के तहत सभी लड़कियों और महिलाओं को ‘सेक्सुअल असाल्ट प्रिवेंशन एंड रेप अग्रेशन डिफेंस’ की ट्रेनिंग देना मेरा मकसद है।’

अभिराम ने महिलाओ को आत्मरक्षा क मामले में आत्मनिर्भर बनाने हेतु जीवन भर मार्सल आर्ट की एक विशेष शैली की ट्रेनिंग निःशुल्क में देने का संकल्प लिया है। मार्सल आर्ट एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा गर्ल्स में एम्पावरमेंट अवेयरनेस लाया जा सकता है। यह उन्हें मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से मजबूत बनाता है।

इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा अभिहं के तहत विगत दो साल से अभिराम आरएमएसए प्रोजेक्ट के लिए गवर्नमेंट हाई स्कूल की छात्रावो को ट्रेनिंग कार्य में योगदान दे रहे हैं। गांव के स्कूलो में जाकर ये लड़का छात्र छात्राओ को निषुल्क सेल्फ डिफेंस का ट्रेनिंग देते है।