दरअसल, उन्होंने बताया कि पहले के जमाने में मिट्टी का घर हुआ करता था, जब भी दिवाली आती थी तो उसकी पुताई कराई जाती थी. ताकि वह घर नया हो जाए और मां लक्ष्मी व भगवान गणेश का प्रवेश नए घर में हो. लेकिन अब धीरे-धीरे पक्के के मकान बनने लगे तो लोग भगवान के लिए अलग से घरौंदा भी बनाते हैं. घरौंदा की परंपरा आज भी चलते आ रही है.

बेटी ही करती है तैयार
ऐसा कहा जाता है की बेटी लक्ष्मी का रूप होती है. इसलिए इसको बिटिया ही तैयार करती है. उन्होंने बताया कि जब भी आप घरौंदा बनाए तो हर हमेशा पश्चिम मुंह का बनाए. तो आपको काफी लाभ मिलेगा. रात्रि में भगवान गणेश व लक्ष्मी की पूजा होती है. इसलिए पश्चिम दिशा सही रहता है. मिट्टी के घरौंदे में भगवान गणेश व लक्ष्मी को विराजमान कर और पूजा जाता है.
इलायची का करें प्रयोग
पंडित गुलशन झा कहते हैं कि ऐसी मान्यता है कि उनकी पूजा में प्रसाद का भोग लगाने में अगर इलायची का प्रयोग करते हैं, तो आपका काफी फायदा होगा. वहीं जहां पर आप धन रखते हैं वहां पर अगर आप इलायची रखें तो काफी फायदा होगा. इसके साथ ही इनकी पूजा में कौड़ी का भी काफी महत्व है. अगर आप मां लक्ष्मी का पूजा करते हैं तो कमल फूल का उपयोग जरूर करें. कमल फूल मां लक्ष्मी को अति प्रिय है. इसलिए कमल फूल का महत्व भी अलग है.