बिहार के मोतिहारी का रिश्ता सिर्फ महात्मा गांधी से ही नहीं रहा है। यह प्रख्यात अंग्रेजी साहित्यकार जॉर्ज ऑरवेल की जन्मस्थली भी है।
इस बात का लोगों को तब पता चला जब 1983 में अंग्रेज पत्रकार इयान जैक उनकी जन्मस्थली की खोज में मोतिहारी पहुंचे।एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में पिछले वर्ष डोनाल्ड ट्रंप की सरकार बनने के बाद ट्रंप की रीति नीति के कारण जॉर्ज के उपन्याुस बेस्ट सेलर की श्रेणी में आ गए। ऑरवेल के वर्ष 1948 में लिखे उपन्यास ‘1984’ और ‘एनिमल फॉर्म’ वैसे पहले से भी पाठकों के बीच बेहद लोकप्रिय थे।