नेपाल के रास्ते बिहार में आतंकियों की घुसपैठ की आशंका को देखते हुए गणतंत्र दिवस के मौके पर देश की सबसे बकेड़ी ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड के कोयला आधारित कहलगांव, बाढ़ एवं नवीनगर बिजली संयंत्रों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नेपाल के रास्ते बिहार में आतंकी संगठनों के घुसने की आशंका की खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर बिहार के तीनों बिजली संयंत्रों की सुरक्षा में लगे केंद्रीय औधोगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को हाई अलर्ट कर दिया गया है। संयंत्रों के सभी प्रवेश द्वारों पर तैनात सुरक्षा बल के द्वारा चौबीस घंटे तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। खासतौर पर संवेदनशील जगहों पर संदिग्ध लोगों और वस्तुओं पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा झारखंड एवं पश्चिम बंगाल के कोयला खदानों से इस बिजली संयंत्रों में आने वाले कोयला रैको की भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। सूत्रों ने बताया कि कहलगांव, बाढ़ एवं नवीनगर संयंत्रों के मुख्य कार्यस्थल, सीएचपी, ब्याँलर एरिया, स्वीच यार्ड ,टरबाइन एरिया सहित अति संवेदनशील इलाकों में तैनात सुरक्षा बल के जवानो को खास तौर पर सतर्क रहने के लिए कहा गया है। साथ ही उन इलाकों में सादे लिबास में जवान तैनात किए गए हैं।
बिजली संयंत्रों के मुख्य प्रवेश द्वारों सहित सभी संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे के सहयोग से अंदर-बाहर करनेवाले लोंगो और वाहनों की तलाशी लेते हुए पैनी नजर रखी जा रही है। खासकर, संयंत्रों के भीतर काम करनेवाले अन्य प्रदेशों के संविदा मजदूरों की गतिविधियों की निगरानी हो रही है। सूत्रों ने बताया कि इन बिजली संयंत्रों से सटे आसपास के गांवों के संवेदनशील इलाकों की निगरानी के लिए स्थानीय पुलिस का सहयोग लिया जा रहा है। इसके अलावा इस बिजली संयंत्रों के आवासीय परिसरो मे तैनात निजी सुरक्षा प्रहरियों को सतर्क कर दिया गया है।
उल्लेखीय है कि नेपाल एवं बंगलादेश की सीमाओं से बिल्कुल नजदीक रहने के कारण बिहार के इस तीनों बिजली संयंत्रों को संवेदनशील माना गया है। खासकर, स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस और राष्ट्रीय पर्वों के समय केन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से विशेष सतर्कता बरतने को कहा जाता है। ऐसे में इस बार पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के नेपाल के रास्ते बिहार में प्रवेश की संभावना की आईबी की रिपोर्ट और झारखंड के नक्सलियों की बंदी को देखते हुए प्रदेश के तीनों बिजली संयंत्रों में कार्यरत केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को हाई अलर्ट किया गया है।