महाराष्ट्र मंडल की ओर से पटना के दारोगा राय पथ इलाके में आयोजित सात दिवसीय गणपति उत्सव का समापन बप्पा की प्रतिमा विसर्जन के साथ संपन्न हुआ. पिछले मंगलवार यानि 19 सितंबर से शुरू हुए गणेश उत्सव के दौरान सात दिनों तक महाराष्ट्र मंडल में भक्तों की काफी भीड़ देखी गयी. वहीं आज सोमवार को भक्तों ने नम आंखों से गणपति बप्पा को विदाई दी.
अंतिम दिन विसर्जन यात्रा के साथ शोभा यात्रा निकाली गई. संस्था के सचिव संजय भोसले ने बताया कि आज सायं भक्तों ने विधि-विधान से गणपति की पूजा की. सात दिनों तक भक्तगणों ने बप्पा को भेंट चढ़ायी.
विसर्जन पूजा के बारे में महाराष्ट्र मंडल के सचिव संजय भोसले ने बताया कि हमलोगों ने गणेश जी की पूजा की. प्रथम पूज्य श्रीगणेश सबके देवता हैं और वे सबकी मनोकामना पूर्ण करते हैं. इस कार्यक्रम के दौरान बिहार में भी महाराष्ट्र की सांस्कृतिक झलक देखने को मिली. विसर्जन पूजा के बाद श्री गणेश जी की आरती की गई.
संजय भोसले ने बताया कि गणपति बप्पा के विसर्जन यात्रा की शोभा बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र के सांगली से श्री गणेश झांझ पथक के कलाकार पहुंचे थे. इस दौरान कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से शोभा यात्रा में चार चांद लगा दिए. इस दौरान सांगली के महादेव कणसे ने भक्तों को महाराष्ट्रीय शैली में पगड़ी पहनायी. शोभा यात्रा दारोगा राय पथ स्थित महाराष्ट्र मंडल कार्यालय से निकलकर वीरचंद पटेल पथ, बेली रोड, इनकम टैक्स गोलम्बर, डाकबंगला चौराहा, भट्टाचार्या रोड, पीरमुहानी, कदमकुंआ, ठाकुरबाड़ी रोड से बाकरगंज होते हुए गंगा घाट पर समाप्त हुई, जहां बप्पा को विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर भक्तों ने नम आंखों से विसर्जन किया. भक्तगण गणपति को पुनः अगले वर्ष शीघ्र आने का आह्वान कर रहें थे.
महाराष्ट्र मंडल के सचिव संजय भोसले ने बताया कि इस दौरान मार्ग में भक्तगण ‘गणपति बप्पा मोरया, पुढ़या वर्षी लौकरया’- का नारा लगा रहें थे. शोभा यात्रा में अध्यक्ष जयचंद पवार, विजय पाटील,विठ्ठल घोडके,शंकर किर्दत, महादेव कणशे, आनंद पवार, मल्लिकार्जुन आरले, राजेन्द्र पवार, संतोष पवार, संतोष देवकर, प्रदीप पाटील, अनिल गायकवाड, सुनिल शिंदे, अमोल जाधव, शिवाजी जाधव, संजय पाटील, अधिक मोरे, विजय पाटील(मंटु), संतोष शिंदे, सीताराम शिंदे, सुरेश सालुंखे, संजय पाटील, सुरेश आरले का सहयोग मिला. इस दौरान हजारों की संख्या में भक्त मौजूद थे.