गंगा किनारे फोरलेन सड़क बनाने की राज्य सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा पथ पूर्व निर्धारित समय सीमा में नहीं बन सकी। इस परियोजना का काम 9 जनवरी, 2013 में निजी एजेंसी को सौंपा गया था।
इसे चार साल बाद यानी इस वर्ष 8 सितम्बर तक पूरा होना था। मगर अब यह जून 2020 तक बन सकेगी। इसकी लागत भी 100 करोड़ बढ़ गई है। पहले इसकी कुल लागत 3160 करोड़ थी।
पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि पुल का स्वरूप भी बदल जाएगा। पहले के 7.6 की जगह अब यह 11.1 किलोमीटर एलिवेटेड (पुल संरचना) होगा। लागत खर्च बढ़ने का यह मुख्य कारण है। कहा कि पहले गंगा तट के किनारे 13.9 किलोमीटर सड़क बनाने की योजना थी, मगर वहां मकान बन जाने से जमीन अधिग्रहण में आ रही दिक्कत के मद्देनजर अब 9.4 किलोमीटर ही सड़क बनेगी।
मंत्री ने कहा कि अब इस पथ की लम्बाई एक किलोमीटर घटकर 20.5 किलोमीटर होगी। बदले स्वरूप के तहत अब यह पथ दीघा से एएन सिन्हा संस्थान तक सड़क, एएन सिन्हा संस्थान से नुरुद्दीनघाट से 200 मीटर पश्चिम तक एलिवेटेड, नुरुद्दीनघाट से दीदारगंज (चेकपोस्ट) तक सड़क और चेकपोस्ट से गोपघाट तक एलिवेटेड होगा। इसे पुराने एनएच-30 से कच्ची दरगाह-बिदुपुर पथ के एप्रोच से जोड़ दिया जाएगा। इस कारण एक किलोमीटर लम्बाई कम हो जाएगी।
उन्होनें बताया कि पथ में बांकीपुर-दानापुर पथ एवं अशोक राजपथ से एलसीटी घाट, एएन सिन्हा संस्थान, कृष्णाघाट, गायघाट, कंगनघाट और पटनाघाट (मालसलामी) के पास वाहनों के लिए सड़क संपर्क जोड़ा जाएगा। विभागीय प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा ने कहा कि अब तक इस परियोजना के तहत 21 फीसदी काम हुआ है। कुल 136 में 66 पिलर बने हैं।
पुल में किए गए अन्य नए और खास प्रावधान – छठ जैसे त्योहार के मद्देनजर लोगों की सुविधा के लिए दीघा, मकदुमपुर, सेंट माइकल, एलसीटी, राजापुर पुल, बांसघाट, नुरुद्दीनघाट, बुंदेलटोली, शरीफागंज, कटरा और धर्मशाला में पैदल यात्री संपर्क (अंडर पास) बनेंगे। – बांसघाट और दीदारगंज चेकपोस्ट/ धर्मशाला घाट के पास दो टोल प्लाजा बनेंगे।
साथ ही सड़क वाले अंश में गंगा की तरफ 5 मीटर चौड़ा पैदल पथ, एक बस पड़ाव, 8 यात्री शेड और 7 मनोरंजन स्थल का भी प्रावधान किया गया है। – एलिवेटेड संरचना के लिए 8 पैदल ऊपरगामी पथ- दीघा, कुर्जी, राजापुल, मगध महिला कॉलेज, गायघाट, खाजेकलांघाट, कंगनघाट और पटनाघाट में बनेंगे। सड़क वाले क्षेत्र में 12 पैदल यात्री समपार भी बनेंगे।