Ganga नदी बेसिन में बुधवार को हर घंटे तीन सेंटीमीटर की तेजी से जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। मंगलवार से बुधवार दोपहर तक 20 सेंटीमीटर पानी बढ़ा।
दोपहर बाद पानी के लेवल में तेजी से वृद्धि हुई। मायागंज स्थित केंद्रीय जल आयोग कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार यूपी, बिहार में कई जगहों पर मंगलवार को बारिश हुई थी।
बारिश जारी रही तो 36 घंटे में गंगा का पानी खतरे के निशान को छूने लगेगा। ऐसे में नाथनगर से लेकर बरारी तक निकले Ganga का पुराना दियारा जलमग्न हो जाएगा।
जल आयोग के प्रभारी कृत्यानंद सिंह ने बताया कि शहर में बुधवार शाम छह बजे 32.03 मीटर जलस्तर था। जबकि खतरे का निशान 33.68 मीटर है। हर घंटे तीन सेमी की दर से जलस्तर बढ़ रहा है। अगले 24 घंटा में होने वाली बारिश शहर में बाढ़ की दशा दिशा तय करेगी।
भागलपुर और नाथनगर के Ganga दियारा पर बसे अजमेरीपुर बैरिया, श्रीरामपुर और गोसाइदासपुर पंचायत के लोगों का कहना है दियारा पर सब्जी और मक्का की फसल लहलहा रही है।
सावन माह में दियारा नहीं डूबने से किसानों को फसल से अच्छा फायदा हुआ है। श्रीरामपुर घाट से गुजर रहे ग्रामीणों ने बताया कि दो दिनों से पानी गांव की बाहरी सीमा को छू रहा है।
दियारा चारों ओर से पानी से घिरने लगा है। हमने अपने अनाज और सामान को छत पर रखना शुरू कर दिया है। मल्लाह अपनी नौकाओं को दुुरुस्त करने में लगे हैं।
इधर महाशय ड्योढ़ी नाथनगर के घाटों पर जमुनियां नदी का पानी सट गया है। इससे आगे साहेबगंज, टीएमबीयू से लगे घाट, किलाघाट, बूढ़ानाथ घाट, आदमपुर, छोटी खंजरपुर, खिरनीघाट व बरारी घाट में पानी काफी ऊपर आ गया है।
किसान अपने मवेशियों को धीरे धीरे निकालने में लगे हुए हैं। वहीं टिल्हाकोठी, टीएनबी कॉलेजिएट मैदान और हवाई अड्डा में बाढ़ के दौरान अस्थाई निवास के विकल्प तलाशने में लगे हुए हैं।